Railway Stocks: भारतीय रेलवे एक बार फिर चर्चा में है, लेकिन इस बार वजह सिर्फ ट्रेनों के किराए नहीं हैं. शेयर बाजार से लेकर आम यात्रियों तक, हर कोई इस बदलाव को अपने-अपने नजरिए से देख रहा है. हाल के दिनों में रेलवे से जुड़ी खबरों ने युवाओं का भी ध्यान खींचा है, खासकर उन लोगों का जो निवेश और सरकारी नीतियों को करीब से समझना चाहते हैं.
अचानक रेलवे शेयर क्यों चमक उठे?
कई महीनों की सुस्ती के बाद रेलवे से जुड़े शेयरों में अचानक तेजी देखने को मिली है. RVNL, IRCTC, IRFC और अन्य कंपनियों में निवेशकों की दिलचस्पी फिर से बढ़ी है. इसकी एक बड़ी वजह आने वाला यूनियन बजट है. बाजार को उम्मीद है कि सरकार रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर पर बड़ा दांव खेल सकती है, जिससे इन कंपनियों को नए प्रोजेक्ट और बेहतर कमाई का रास्ता मिलेगा.
किराया बढ़ा तो फायदा किसे मिलेगा?
यात्रियों के लिए किराया बढ़ना अच्छी खबर नहीं है, लेकिन बाजार इसे अलग नजर से देखता है. रेलवे ने किराया इस तरह बढ़ाया है कि छोटे और रोज सफर करने वालों पर ज्यादा बोझ न पड़े. वहीं, लंबी दूरी के सफर में मामूली बढ़ोतरी से रेलवे की आमदनी सुधरने की उम्मीद है. यही वजह है कि निवेशकों को लग रहा है कि रेलवे का रेवेन्यू मॉडल अब थोड़ा ज्यादा मजबूत हो सकता है.
बजट से पहले बाजार क्या सोच रहा है?
युवा निवेशक खास तौर पर यह देख रहे हैं कि बजट में रेलवे को कितनी प्राथमिकता मिलती है. अगर सुरक्षा, नए ट्रैक, वंदे भारत जैसी ट्रेनों और तकनीक पर ज्यादा खर्च होता है, तो इसका सीधा असर रेलवे कंपनियों पर पड़ेगा. यही उम्मीद अभी शेयरों की तेजी में दिख रही है.
क्या यह तेजी लंबे समय तक टिकेगी?
फिलहाल यह उछाल उम्मीदों और भरोसे पर टिका है। अगर बजट और नीतियों में साफ संकेत मिले, तो रेलवे शेयरों की कहानी लंबी हो सकती है. वरना यह तेजी कुछ समय की भी साबित हो सकती है. लेकिन इतना तय है कि रेलवे एक बार फिर युवाओं के निवेश और चर्चा का अहम हिस्सा बन चुका है.
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