RBI inflation forecast: भारतीय रिज़र्व बैंक की डिप्टी गवर्नर पूनम गुप्ता ने कहा कि मुद्रास्फीति का अनुमान लगाना हमेशा मुश्किल काम होता है और इसमें गलती की संभावना रहती है. लेकिन उन्होंने साफ किया कि RBI के अनुमान में किसी तरह का जानबूझकर किया गया गलत अंदाज़ा या पक्षपात नहीं है. उन्होंने बताया कि RBI महंगाई का अंदाज़ा लगाने के लिए कई तरीके अपनाता है जैसे मॉडल, पिछले सालों के पैटर्न, विशेषज्ञों से बात, मंत्रालयों से इनपुट और अलग-अलग सर्वे.
आलोचनाओं पर क्या कहा?
कुछ लोग कहते हैं कि आरबीआई महंगाई का अनुमान ज़्यादा दिखाता है, इसलिए ब्याज दरों में कटौती नहीं हो पाती. पूनम गुप्ता ने कहा कि ऐसी बातें पढ़ना मज़ेदार होता है, लेकिन RBI हर आलोचना को गंभीरता से देखता है. उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई भी संस्था हर बार बिल्कुल सही अनुमान नहीं लगा सकती.
BOP के आंकड़े अब मासिक जारी करने पर विचार
पूनम गुप्ता ने बताया कि RBI अब बैलेंस ऑफ पेमेंट्स (Balance of Payments) के आंकड़े हर महीने जारी करने पर विचार कर रहा है. अभी ये आंकड़े तीन महीने में एक बार आते हैं, लेकिन अब इन्हें पहले से जल्दी जारी किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मासिक डेटा तिमाही जितना डिटेल में नहीं होगा, लेकिन लोगों को ताज़ा जानकारी जल्दी मिल जाएगी.
CPI के नए बदलाव से मदद मिलेगी
पूनम गुप्ता ने बताया कि आने वाले समय में CPI (महंगाई) के आंकड़ों में जो बदलाव होने वाले हैं, उनसे RBI को सटीक अनुमान लगाने में और मदद मिलेगी.
(इनपुट भाषा)
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