Civil Aviation: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के चलते 9 मई 2025 को देश के उत्तर और पश्चिमी हिस्सों में स्थित 32 हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था. इनमें कुछ हवाई अड्डों को पहले ही 7 मई को बंद कर दिया गया था, जब पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए गए थे. इसका सीधा असर उड़ानों की संख्या पर पड़ा और हर दिन 300 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ीं. मंगलवार 13 मई 2025 को नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने एयरलाइन कंपनियों के साथ बैठक की.
नागर विमानन मंत्री ने की समीक्षा बैठक
नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने मंगलवार को एयरलाइन कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ एक अहम बैठक की. बैठक में उड़ानों में आए व्यवधान, विमानन ईंधन (ATF) पर कर में कटौती, और अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई. मंत्री ने एयरलाइंस को सलाह दी कि वे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में सशस्त्र बलों के योगदान के प्रति सम्मान जताएं. इसमें जिसमें उड़ान के दौरान घोषणाएं भी शामिल हैं.
एयरलाइंस को हुआ भारी घाटा
कुछ एयरलाइंस ने बैठक में बताया कि ‘उड़ान’ योजना के तहत मिलने वाली व्यवहार्यता अंतराल निधि (VGF) के दौरान उन्हें भारी नुकसान हुआ है. इस योजना के तहत क्षेत्रीय हवाई सेवा को सब्सिडी दी जाती है. लेकिन, एयरपोर्ट बंद होने से वे उड़ानें नहीं भर सकीं, जिससे वित्तीय घाटा हुआ.
यात्रियों का रुझान घटा
गर्मियों के व्यस्त सीजन से ठीक पहले उड़ानों की रद्दीकरण और अस्थिरता के चलते टिकट बुकिंग में भारी गिरावट देखी गई. इससे यात्रा धारणा में कमजोरी आई है और यात्रियों का भरोसा भी प्रभावित हुआ है.
ATF पर टैक्स राहत की मांग
बैठक में एयरलाइंस ने सरकार से विमानन ईंधन पर टैक्स में राहत देने की मांग भी रखी, ताकि बढ़ती लागत का कुछ बोझ कम हो सके. पाकिस्तान की ओर से अपना हवाई क्षेत्र बंद करने से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को लंबा रूट लेना पड़ रहा है, जिससे ईंधन लागत और समय दोनों बढ़ रहे हैं.
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हवाई अड्डे फिर से खुले, सुरक्षा कड़ी
सोमवार को सभी 32 हवाई अड्डों को असैन्य उड़ानों के लिए दोबारा खोल दिया गया. दिल्ली एयरपोर्ट पर संचालन सामान्य बना हुआ है. हालांकि, सुरक्षा जांच प्रक्रिया लंबी हो सकती है. एयरलाइंस कंपनियां इस संकट से उबरने के लिए सरकार से वित्तीय राहत और नीति सुधारों की अपेक्षा कर रही हैं. वहीं, मंत्रालय ने एयरलाइंस से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, ताकि भविष्य में ऐसी स्थितियों से बेहतर तरीके से निपटा जा सके.
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