सोशल मीडिया पर कई लोक-लुभावन मैसेज वायरल होते हैं जो लोगों को आकर्षित करते हैं. ऐसा ही एक मैसेज व्हाट्सएप पर वायरल है. इसमें केंद्र सरकार की केंद्रीय सरकारी स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) और आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (एबीएचए) का जिक्र है. इंटरनेट पर यूजर्स इस चैट को लेकर तमाम तरह के दावे करते नजर आ रहे हैं. इस दावे का फैक्ट चेक सामने आया है जिसके बारे में आपको जानना जरूरी है.
क्या है वायरल मैसेज में
दरअसल, सोशल मीडिया पर जो व्हाट्सएप चैट का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है, उसमें लिखा है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार केंद्रीय सरकारी स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) को आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (एबीएचए) से जोड़ने की तैयारी में है. ऐसा इसलिए ताकि सीजीएचएस लाभार्थियों को निजी अस्पतालों के बजाय सरकारी अस्पतालों में इलाज मुहैया कराया जा सके.
दावे की क्या है सच्चाई
केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया पर वायरल इस चैट को फेक बताया है. पीआईबी फैक्ट चेक में सीजीएचएस को आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट से जोड़ने के वायरल दावे को सिरे से खारिज करने का काम किया है. इस वायरल व्हाट्सएप चैट का फैक्ट चेक पीआईबी ने किया है और बताया है कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी है. पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसकी तस्वीर साझा की है और इसके कैप्शन में लिखा है कि दावा किया जा रहा है कि सरकार सीजीएचएस को आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (एबीएचए) से जोड़ना चाहती है ताकि सीजीएचएस लाभार्थियों को निजी अस्पतालों के बजाय सरकारी अस्पतालों में इलाज उपलब्ध कराया जा सके. यह दावा झूठा है. भारत सरकार ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है.
क्या आप भी करना चाहते हैं ऐसे वायरल मैसेज की सच्चाई
यहां चर्चा कर दें कि PIB Fact Check सोशल मीडिया पर वायरल फर्जी मैसेज को सामने लाने का काम करती है. यदि आप भी किसी वायरल मैसेज का सच जानना चाहते हैं तो 918799711259 इस मोबाइल नंबर या socialmedia@pib.gov.in पर मेल करें और अपने मन में उठ रहे हर सवाल का जवाब जानें.