GST Reforms: भारत ने इस नवरात्रि में पिछले 10 वर्षों में सबसे बड़ी बिक्री दर्ज की, जिसे उत्सव की बढ़ती मांग और नेक्स्टजेन GST सुधारों का फायदा बताया जा रहा है. सरकारी सूत्रों के अनुसार, GST स्लैब का सरलीकरण और आवश्यक तथा आकांक्षी वस्तुओं को आसानी से सुलभ बनाने के उपायों ने उपभोक्ता विश्वास बढ़ाया और प्रमुख सेक्टरों में रिकॉर्ड तोड़ खपत को जन्म दिया. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, “मोदी सरकार के GST सुधारों ने मध्यम वर्ग पर कर का बोझ कम किया और भारत में उपभोक्ताओं की आकांक्षाओं को प्रोत्साहित किया. इस नवरात्रि ने इन सुधारों का जमीन पर असर साबित किया.”
GST सुधार और नया कर ढांचा
भारत ने 22 सितंबर से दो-स्तरीय GST प्रणाली अपनाई. अब अधिकांश वस्तुएँ और सेवाएँ 5% और 18% पर कराधान के अंतर्गत आती हैं, जबकि अल्ट्रा-लक्ज़री वस्तुओं पर 40% कर लगाया गया है. इससे उपभोक्ताओं और उद्योग दोनों को राहत मिली और उत्सव के दौरान खपत बढ़ी.
ऑटो सेक्टर में उत्सव का प्रभाव
ऑटोमोबाइल उद्योग नवरात्रि बिक्री का सबसे बड़ा लाभार्थी रहा.
- मारुति सुजुकी ने पिछले दशक में अपनी सर्वश्रेष्ठ नवरात्रि प्रदर्शन दर्ज किया, जिसमें 2 लाख वाहनों की डिलीवरी और 3.5 लाख बुकिंग हुई. नवरात्रि के पहले दिन ही 30,000 कारों की डिलीवरी हुई, जो पिछले 35 वर्षों में सबसे अधिक है.
- महिंद्रा एंड महिंद्रा ने XUV700 और स्कॉर्पियो N की बढ़ती मांग के चलते खुदरा बिक्री में 60% की वृद्धि दर्ज की.
- ह्युंडई के SUV मॉडल जैसे क्रेटा और वेन्यू की बिक्री ने SUV हिस्सेदारी को कुल बिक्री का 72% तक पहुंचा दिया.
- टाटा मोटर्स ने 50,000 से अधिक वाहनों की बिक्री की.
- हीरो मोटोकॉर्प और बजाज ऑटो ने भी मजबूत वृद्धि दर्ज की, खासकर कम्यूटर और टू-व्हीलर सेगमेंट में.
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और रिटेल में बढ़ोतरी
नवरात्रि के दौरान कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और रिटेल सेक्टर में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई. हैयर की बिक्री 85% बढ़ी, और प्रीमियम बड़े स्क्रीन टीवी की डिवाली इन्वेंट्री लगभग समाप्त हो गई. रिलायंस रिटेल में स्मार्टफोन, फैशन और टीवी जैसी श्रेणियों की बिक्री में 20-25% की बढ़ोतरी हुई, जबकि विजय सेल्स और एलजी इंडिया ने भी मजबूत वृद्धि दर्ज की, जिसे उत्सव ऑफ़र और GST से कीमतों की स्थिरता का श्रेय दिया गया.
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