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GST 2.0: अब बच्चों संग खूब कीजिए सैर-सपाटा, 7,500 तक वाले होटल कमरे हो गए सस्ते

GST 2.0: जीएसटी 2.0 सुधारों के तहत अब 7,500 रुपये तक प्रतिदिन किराये वाले होटल कमरे सस्ते हो गए हैं. पहले इस पर 12% जीएसटी लगता था, जिसे घटाकर 5% कर दिया गया है. इससे घरेलू यात्रियों को ठहरने में राहत मिलेगी और पर्यटन उद्योग को नई रफ्तार मिलेगी. विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम भारत को वैश्विक पर्यटन केंद्र बनाने में सहायक होगा. त्योहार और शादी सीजन में होटल बुकिंग और मांग दोनों तेजी से बढ़ेंगी.

GST 2.0: देश में अब सैर-सपाटा करना और पर्यटन स्थलों पर घूमने जाना आसान हो गया है. इसका कारण यह है कि होटलों के कमरे अब सस्ते हो गए हैं. देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जीएसटी परिषद ने एक अहम निर्णय लिया है. 56वीं बैठक में यह फैसला किया गया कि 7,500 रुपये प्रतिदिन तक किराये वाले होटल कमरों पर अब केवल 5% जीएसटी लगेगा. पहले इस पर 12% जीएसटी के साथ इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का प्रावधान था. नया नियम 22 सितंबर से लागू होगा.

होटल ठहरना होगा किफायती

सरकार के इस फैसले से देसी-विदेशी पर्यटकों और घरेलू यात्रियों को सीधा फायदा मिलेगा. मेकमाईट्रिप के सह-संस्थापक और सीईओ राजेश मागो ने कहा कि होटल कमरों पर जीएसटी घटने से लोगों का ठहरना सस्ता होगा और घरेलू मांग में बढ़ोतरी होगी. साथ ही, यात्रियों की खर्च करने की क्षमता भी बढ़ेगी, जिससे अर्थव्यवस्था में खपत तेज होगी.

पर्यटन उद्योग को मिलेगा बल

विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम पर्यटन उद्योग के लिए वरदान साबित होगा. रेडिसन होटल ग्रुप के एमडी और सीओओ (दक्षिण एशिया) निखिल शर्मा ने कहा कि अब गुणवत्तापूर्ण होटल ठहराव आम लोगों की पहुंच में होगा. इससे भारत की छवि एक बड़े पर्यटन केंद्र के रूप में मजबूत होगी और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी.

होटल इंडस्ट्री के लिए सुनहरा मौका

होटल एवं रेस्तरां निकाय एफएचआरएआई के अध्यक्ष के श्यामा राजू ने कहा कि टैक्स कटौती से भारतीय होटल घरेलू और विदेशी पर्यटकों दोनों के लिए आकर्षक बनेंगे. इसका सीधा असर कमरे की बुकिंग दरों और आतिथ्य मूल्य शृंखला पर पड़ेगा. होटल उद्योग को नई ऊर्जा मिलेगी और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.

उपभोक्ता धारणा पर सकारात्मक असर

सरोवर होटल्स के चेयरमैन अजय के बकाया का कहना है कि यह निर्णय सही दिशा में उठाया गया कदम है. इससे उपभोक्ताओं का विश्वास और धारणा मजबूत होगी. जब यात्रियों को किफायती दरों पर बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, तो वे अधिक बार यात्रा करने के लिए प्रेरित होंगे.

त्योहार और शादी सीजन में बढ़ेगी मांग

यात्रा कंपनियों का मानना है कि त्योहारों और शादी के मौसम में होटल की मांग चरम पर होती है. एबिक्स ट्रैवल्स के सीएफओ अंकित पाठक ने कहा कि 5% जीएसटी स्लैब से यात्रियों को नए गंतव्यों की खोज करने की प्रेरणा मिलेगी. इससे देशभर के पर्यटन स्थलों पर भीड़ बढ़ेगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी.

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पर्यटन उद्योग को बड़ा तोहफा

जीएसटी 2.0 सुधारों के तहत होटल कमरों पर टैक्स कम करना यात्रियों और पर्यटन उद्योग दोनों के लिए बड़ा तोहफा है. 7,500 रुपये तक के कमरे अब आम लोगों की पहुंच में होंगे. इससे पर्यटन, होटल व्यवसाय और आतिथ्य उद्योग को नई दिशा मिलेगी. घरेलू और विदेशी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी और भारत का पर्यटन क्षेत्र वैश्विक स्तर पर और अधिक प्रतिस्पर्धी बनेगा.

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KumarVishwat Sen
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कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

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