Gautam Adani: हिंडनबर्ग रिसर्च की ओर से लगाए आरोपों में सेबी की ओर से बरी किए जाने के बाद अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने सोमवार को कहा कि मार्केट रेग्यूलेटर की जांच में सभी आरोप खारिज होने के बाद अब उनका ग्रुप इनोवेशन को तेज करने, पारदर्शिता बढ़ाने और दीर्घकालिक प्रभाव वाली परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करेगा.
गौतम अदाणी ने कर्मचारियों को भेजा मैसेज
गौतम अदाणी ने हिंडनबर्ग की ओर से लगाए गए आरोपों से मुक्त होने के बाद कर्मचारियों को भेजे एक इंटरनल मैसेज में कहा, ‘‘आज वह बादल छंट गया है, जो दो साल से हमारे ऊपर मंडरा रहा था. सेबी की व्यापक जांच ने जनवरी, 2023 में आई रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया है.’’
गौतम अदाणी कर्मचारियों की प्रतिबद्धता की सराहना की
गौतम अदाणी ने इसे ‘लक्षित और बहुआयामी हमला’ बताने के साथ वैश्विक समीक्षा के दौर में अपने कर्मचारियों की प्रतिबद्धता की सराहना भी की. उन्होंने कहा कि इस दौर में भी ग्रुप के बंदरगाह, पावर प्लांट, हवाई अड्डे, सीमेंट और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं आगे बढ़ती रहीं. अदाणी ने कहा, ‘‘आपने साबित कर दिया कि दबाव में काम को अंजाम देना ही चरित्र की असली परीक्षा होती है और यह दिखा दिया कि अदाणी का चरित्र अटूट है.’’
गौतम अदाणी ने बताई भविष्य की प्राथमिकताएं
भविष्य की प्राथमिकताएं बताते हुए उन्होंने कहा कि ईमानदारी और पारदर्शिता समूह की नींव बनी रहनी चाहिए. उन्होंने ऊर्जा, लॉजिस्टिक और बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में तेज इनोवेशन, दीर्घकालिक मूल्य निर्माण और कायांतरण पर जोर दिया. उन्होंने कहा, ‘‘हमें आज की तालियों के लिए नहीं, बल्कि आने वाले दशकों की विरासत के लिए निर्माण करना है.’’ उन्होंने कर्मचारियों को धन्यवाद देते हुए इस अवधि को ‘अग्निपरीक्षा’ बताते हुए कहा कि हरेक संकट बुनियाद को मजबूत करता है और संकल्पशक्ति को दृढ़ करता है.
अदाणी ने कहा कि पिछले तीन साल की अवधि को कर्मचारी एक ऐसी ‘चिंगारी’ के रूप में याद रखें जो बड़े अदाणी समूह का निर्माण करे. उन्होंने अपने मैसेज के आखिर में कहा, ‘‘हमारी कहानी साहस, संकल्प और मातृभूमि भारत से किए गए वादे की गवाही बने. सत्यमेव जयते, जय हिंद.’’
बंद हो गई हिंडनबर्ग रिसर्च
अब बंद हो चुकी अमेरिकी निवेश फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने जनवरी, 2023 में अदाणी ग्रुप पर खातों में गड़बड़ी, शेयर कीमतों में हेराफेरी और गैर-पारदर्शी विदेशी संस्थाओं के इस्तेमाल का आरोप लगाया था. इससे ग्रुप के शेयरों में जबरदस्त गिरावट आई थी और ग्रुप की कंपनियों के सामूहिक मार्केट कैप में करीब 150 अरब डॉलर तक की गिरावट आई थी. हालांकि, ग्रुप ने शुरू से ही आरोपों को नकार दिया था.
इसे भी पढ़ें: ‘तुम्हारी भी जय-जय, हमारी भी जय-जय!’ New GST Rates पर पढ़ें नेताओं के बयान
भाषा इनपुट के साथ
इसे भी पढ़ें: GST Reforms: शौक पर चला टैक्स का चाबुक, एनर्जी ड्रिंक्स से लेकर पान मसाला तक महंगा
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

