नयी दिल्ली: हैचबैक यानी बिना डिंक्की वाली कारों के बाजार में अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखने के लिए मारुति सुजूकी इंडिया (एमएसआई) ने आज बजार में बलेनो हैचबैक पेश की जिसके विभिन्न संस्करणों की कीमत दिल्ली में 4.99 रुपये से 8.11 लाख रुपये के बीच है. यह वाहन कंपनी के मानेसर (हरियाणा) संयंत्र में विनिर्मित […]
नयी दिल्ली: हैचबैक यानी बिना डिंक्की वाली कारों के बाजार में अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखने के लिए मारुति सुजूकी इंडिया (एमएसआई) ने आज बजार में बलेनो हैचबैक पेश की जिसके विभिन्न संस्करणों की कीमत दिल्ली में 4.99 रुपये से 8.11 लाख रुपये के बीच है.
यह वाहन कंपनी के मानेसर (हरियाणा) संयंत्र में विनिर्मित किया जाएगा. बताया जा रहा है कि मारुति और इसके भागीदारों ने इस मॉडल के विकास पर 1060 करोड़ रुपये का निवेश किया है. एस क्रास के बाद नेक्सा बांड शोरम का यह दूसरा मॉडल है. इसमें मनोरंजन के लिए एपल का कारप्ले लगा है. एपल की इस प्रणाली वाली यह देश की पहली कार है. पेट्रोल संस्करण की बलेनों का औसत 21.4 किलो मीटर प्रति लीटर तथा डीजल संस्करण का 27.39 किलो मीटर प्रति लीटर है.
नयी बलेनों का पेट्रोल के अलग अलग संस्करण 4.99-7.01 लाख रुपये तथा डीजल संस्करण 6.16 लाख से 8.11 लाख रुपये के बीच के हैं. इसी तरह पेट्रोल इंजन वाला आटोमैटिक संस्करण 6.76 लाख रुपये का जिसमें सपाट बदलने वाला ट्रांसमिशन (सीबीटी) लगा है.एमएसआई के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी केनीची आयुकावा ने इस अवसर पर यहां संवाददाताओं से कहा, ‘बलेनो वास्तविक रुप से वैश्विक माडल है. यह न कवेल भारत बल्कि पूरी दुनिया में हमारे ग्राहों को संतुष्ट करेगा.’ उन्होंने कहा कि इस माडल में डिजाइन की बारीकी और प्रौद्योगिकी की खूबियां शामिल की गयी है
उन्होंने कहा, ‘मुझे यह कहते हुए खुशी है कि यह माडल भारत से जापान में निर्यात किया जाएगा और इस तरह यह एमएसआई के इतिहास में एक नया अध्याय खोलने जा रहा है.’ इस माडल को 100 देशों में बेचने की योजना हैदेश में इसे ‘नेक्सा’ ब्रांड के तहत शुरु की गयी शो-रम की नई श्रृंखला के जरिए बेचा जाएगा. मारुति सुजूकी इंडिया के कार्यकारी निदेशक (विपणन एवं विक्री) आरएस कलसी ने कहा, ‘हम धीरे धीरे इस खंड में अग्रणी स्थिति हासिल करने का लक्ष्य रखते हैं.
हमें उम्मीद है कि यह माडल अपने खंड में सबसे उपर होगा क्यों कि इसमें इसीकी खूबियां भरी हैं. ‘ बलेनों का बाजार में हुंदै की आई20, होंडा की जैज और फाक्सवैगन की पोलो से टक्कर होगी. जो 5.34 लाख से 8.63 लाख रुपये के बीच में बिक रही हैं. प्रीमियम काम्पैक्ट कारों का बाजार देश के कुल बाजार के 20 प्रतिशत के बराबर है. देश में हर वर्ष पांच-सवा पांच लाख से अधिक काम्पैक्ट कारें हर साल बिकती हैं
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