अबुधाबी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बाजार में रुपे कार्ड की पेशकश की. इससे यहां की बहुत सी दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में भी भारत के डिजिटल भुगतान कार्ड से खरीद की जा सकती है. संयुक्त अरब अमीरात पश्चिम एशिया का पहला देश बन गया, जिसने इलेक्ट्रॉनिक भुगतान की भारतीय प्रणाली को अपनाया है. भारत इससे पहले सिंगापुर और भुटान में रुपे कार्ड के चलने को शुरू कर चुका है. मोदी ने यहां रुपे कार्ड से एक विशेष खरीदारी कर के यहां के बाजार में इस कार्ड के चलन की शुरुआत की. वह इस खरीदी गयी सामग्री को रविवार को बहरीन में श्रीनाथजी मंदिर में प्रसाद के रूप में चढ़ायेंगे.
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प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया कि रुपे कार्ड यूएई भी पहुंचा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक विशेष खरीदारी की, जिसे वह रविवार को बहरीन में श्रीनाथजी मंदिर में प्रसाद के रूप में चढ़ायेंगे. रुपे कार्ड की शुरुआत से पहले मोदी की उपस्थिति में भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ने संयुक्त अरब अमीरात के मरक्यूरी पेमेंट्स सर्विसेज के साथ दोनों देशों के भुगतान मंचों के बीच तकनीकी इंटरफेस तैयार करने के समझौते पर हस्ताक्षर किये.
यूएई में कारोबार कर रहे लुलु समूह, पेट्रोकेम मिडल ईस्ट, एनएमसी हेल्थकेयर और लैंडमार्क समेत 21 प्रमुख कारोबारी समूहों ने रुपे कार्ड को स्वीकार करने का वादा किया. हर साल यूएई में करीब 30 लाख भारतीय पर्यटक घूमने आते हैं. इस कार्ड की शुरुआत से वह 1,75,000 स्थानों पर रुपे कार्ड से भुगतान कर सकेंगे तथा पांच हजार एटीएम से नकद निकासी भी कर सकेंगे. इससे उनका विनिमय खर्च बचेगा.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया कि भारत और यूएई की अर्थव्यवस्थाओं को एक दूसरे के और नजदीक लाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में यूएई में आधिकारिक तौर पर रुपे कार्ड को पेश किया गया. खाड़ी देशों में यूएई पहला देश है, जिसने भारतीय रुपे कार्ड को अपनाया है. यूएई की कई कंपनियों ने रुपे भुगतान को स्वीकार करने की बात की है.
यूएई में भारतीय राजदूत नवदीप सिंह सुरी ने इससे पहले इस सप्ताह में कहा कि यूएई इस क्षेत्र का सबसे बड़ा और आकर्षक व्यवसायिक केंद्र है. इस क्षेत्र रहने वाले भारतीय समुदाय के सबसे अधिक लोग यहीं (यूएई में) रहते हैं, सबसे ज्यादा भारतीय पर्यटक यहीं आते हैं और इस सबसे ज्यादा व्यापार भारत के साथ है.
इस क्षेत्र में रुपे कार्ड को स्वीकार करने वाला पहला देश बनने के साथ हम उम्मीद करते हैं कि इससे पर्यटन, व्यापार तथा भारतीय समुदाय, इनमें से सबको लाभ होगा. दोनों देशों का द्विपक्षीय व्यापार 2018 में करीब 60 अरब डॉलर का रहा. मोदी फ्रांस, यूएई और बहरीन की तीन देशों की यात्रा के क्रम में शुक्रवार को पेरिस से यहां पहुंचे.
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