लंदन : समस्याओं में फंसे शराब कारोबारी विजय माल्या ने एक बार फिर से कर्ज लौटाने की पेशकश की अपनी बात दोहराने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग किया. उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) पर भारतीय करदाताओं का पैसा ब्रिटेन में मुकदमे पर बर्बाद करने का आरोप लगाया. ब्रिटेन के हाईकोर्ट ने 63 वर्षीय माल्या के लंदन बैंक खाते में पड़े 260,000 पौंड जब्त करने के अंतरिम आदेश को खारिज करने की अपनी अर्जी के नामंजूर होने के कुछ दिनों बाद उन्होंने यह बात कही है.
माल्या ने ट्विटर पर लिखा कि एसबीआई की अगुवाई वाला सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का समूह गलत तरीके से ब्रिटेन की अदालतों में उसके पीछे पड़ा है. माल्या ने शुक्रवार को ट्विटर पर लिखा कि ब्रिटेन में एसबीआई के वकील भारतीय करदाताओं के पैसे पर मेरे खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं. भारत में पूरी वसूली की जा चुकी है. प्रधानमंत्री द्वारा स्वयं इसकी पुष्टि की गयी है. उन्होंने लिखा कि एसबीआई के वकील ब्रिटेन में भारतीय करदाताओं के पैसों के दम पर अपना नाम चमकाने में लगे हैं. एसबीआई को इसका उत्तर देना चाहिए.
माल्या ने यह भी कहा कि मीडिया सनसनीखेज शीर्षक पसंद करता है. आखिर कोई सूचना के अधिकार कानून के तहत यह क्यों नहीं पूछता कि वकीलों को दिये जाने वाले शुल्क के रूप में वे ब्रिटेन में मुझसे वसूली के लिये कितना पैसा खर्च कर रहे हैं, जबकि मैंने भारत में 100 फीसदी पैसे वापस करने की पेशकश की है. इससे पहले, गुरुवार को माल्या ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले महीने के एक साक्षात्कार का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि सरकार बंद पड़ी एयरलाइन के कर्ज लौटाने के चूक मामले में 14,000 करोड़ रुपये की संपत्ति बरामद कर ली है. माल्या धोखाधड़ी और 9,000 करोड़ रुपये के मनी लांड्रिंग मामले में भारत में वांछित हैं.