भुवनेश्वर : केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ईंधन की असामान्य रूप से बढ़ती कीमतों के लिए अमेरिका की पृथक नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर चिंतित है तथा उनकी जांच करने के लिए सभी कदम उठा रहा है.
इसे भी पढ़ें : पेट्रोल, डीजल के दाम में चार रुपये की वृद्धि जल्द, बढ़ोतरी के पीछे दिये ये तर्क
प्रधान ने कहा कि अमेरिका की पृथक नीतियों के कारण दुनियाभर में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मुद्राओं की कीमतें गिर रही हैं. भारत की मुद्रा भी प्रभावित हुई है और ईंधन की कीमत असामान्य रूप से बढ़ी हैं. प्रधान ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रहे ईंधन की बढ़ती कीमतें और रुपये का अवमूल्यन दोनों के पीछे बाहरी वजहें हैं.
देशभर में शुक्रवार को पेट्रोल अैर डीजल की कीमतें ऊंचे स्तर पर पहुंच गयी. चार महानगरों में पेट्रोल के दाम 78.52 से 85.93 रुपये और डीजल की कीमत 70.21 से लेकर 74.54 रुपये के दायरे में पहुंच गयी. इससे पहले, कच्चे तेल की बढ़ती कीमत के बीच डॉलर की मांग बढ़ने से रुपया शुक्रवार को शुरूआती कारोबार में 26 पैसे की गिरावट के साथ 71 रुपये के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.