नयी दिल्ली : भारत और अमेरिका समेत जी-20 सदस्य देशों ने उच्च शुल्क और उच्च कर के साथ सख्त सीमा शुल्क प्रक्रियाओं जैसे व्यापार प्रतिबंध के 39 नये कदम उठाये. विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की एक रिपोर्ट में यह कहा गया है. जी-20 दुनिया के प्रमुख विकसित एवं विकासशील देशों का समूह है. समूह में आस्ट्रेलिया, ब्राजील, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, जर्मनी, जापान, कोरिया, रूस, दक्षिण अफ्रीका तथा तुर्की भी शामिल हैं.
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रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल के मुकाबले जी-20 देशों में व्यापार में प्रतिबंध के उपाय दोगुने हो गये हैं. डब्ल्यूटीओ ने कहा कि जी-20 देशों ने हर महीने करीब छह प्रतिबंधात्मक उपाय किये, जिसकी संख्या इससे पूर्व वर्ष में तीन थी. विश्व व्यापार संगठन के महानिदेशक राबर्टो एजेवेदो ने कहा कि जी -20 देशों में व्यापार अंकुश लगाने के उपायों की संख्या में वृद्धि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए चिंता का कारण होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि व्यापार पर पाबंदी लगाने के उपायों की संख्या बढ़ना वैश्विक व्यापार वृद्धि के लिये गंभीर खतरा है. यह रिपोर्ट ऐसे समय आयी है, जब अमेरिका और चीन की अगुवाई में वैश्विक स्तर पर व्यापार युद्ध बढ़ रहा है. भारत के लिए व्यापार प्रतिबंधातमक उपायों में बढ़ोतरी भारत के लिए अच्छी खबर नहीं है, क्योंकि इससे देश के निर्यात वृद्धि पर असर पड़ेगा. भारत निर्यात बढ़ाने के लिए कई उपाय कर रहा है, जिससे रोजगार अवसर बढ़ाने, विदेशी मुद्रा की कमाई में वृद्धि तथा आर्थिक गतिविधियों को गति देने में मदद मिलेगी.
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