नयी दिल्ली : सरकार ने गुरुवार को कहा कि उसने ब्रिटेन की अदालत को यह विश्वास दिलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी कि भगोड़े उद्योगपति विजय माल्या को भारत को प्रत्यर्पित किया जाना चाहिए. यह बात विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कही.
कुमार ने एक सवाल पर संवाददाताओं से कहा , ‘‘ प्रत्यर्पण को लेकर सुनवायी चल रही है. मैं समझता हूं कि मामले में अंतिम दलीलें पूरी हो चुकी हैं. अब हमें फैसले का इंतजार है. मैं आपको भरोसा दिला सकता हूं कि हमने अदालत को यह विश्वास दिलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है कि विजय माल्या को भारत को प्रत्यर्पित किया जाना चाहिए.”
पंजाब नेशनल बैंक से कथित रूप से करोड़ों रूपये की धोखाधड़ी करने वाले भगोड़े उद्योगपति नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के वर्तमान ठिकानों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय उनके ठिकानों के बारे में जानकारी नहीं मुहैया करा सकता क्योंकि इसकी जानकारी तभी होगी जब संबंधित एजेंसियां उनके स्थान के बारे में सूचित करें.
यह पूछे जाने पर कि क्या इस्लामी प्रचारक जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मलेशियाई समकक्ष महातिर मोहम्मद के बीच हुई बातचीत के दौरान उठा , कुमार ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत बहुत अल्प अवधि के लिए हुई.
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