देश में 15 साल से ज्यादा पुरानीगाड़ियों को अब कबाड़खाने में डाला जायेगा. इन्हें बेचने या सड़कों पर उतारने की अनुमति नहीं होगी. यह कवायद वायु प्रदूषण रोकने के लिए की जा रही है. इस बारे में नीति लगभग तैयार है, जिसे जल्द ही पेश किया जायेगा.
केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पेट्रोल और डीजल पर निर्भरता कम करने और इससे होने वाले उत्सर्जन में कमी लाने के लिए वाहनों को बिजली से संचालित करने की अपनी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना की नीति आयोग में शुरुआत की.
गडकरी ने नीति आयोग के सीइओ अमिताभ कांत के साथ आयोग के कार्यालय परिसर में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंगपॉइंट की शुरुआत की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमने नीति आयोग के साथ मिलकर वाहनों के लिए कबाड़ नीति को लगभग अंतिम रूप दे दिया है.
गडकरी ने कहा कि 15 साल या उससे अधिक पुराने वाहनों को कबाड़ में बदला जायेगा.मंत्री ने कहा कि भारत वाहन उद्योग के लिए केंद्र बनने की ओर अग्रसर है और कीमतें कम होनी तय है क्योंकि कबाड़ का इस्तेमाल वाहनों केकलपुर्जों आदि के निर्माण में किया जा सकता है.
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