केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में मोदी सरकार का पांचवां बजट पेश किया. अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री ने कहा कि 2014 में जब से हमारी सरकार ने सत्ता संभाली है, भारत अब दुनिया में सातवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है. भारत की अर्थव्यवस्था 8 प्रतिशत के करीब है.
2018-19 में अर्थव्यवस्था 7.2 से 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है. वित्त मंत्री ने अपने बजट अभिभाषण में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस से लेकर ईज ऑफ लिविंगतक कदम बढ़ाने की बात कही.
बजट 2018 में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम का ऐलानकिया. वित्त मंत्री जेटली ने इसे दुनिया का सबसे बड़ा हेल्थ केयर प्रोग्राम करार देते हुए कहा कि इससे कम से कम 50 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा.
इस लिहाज से देखें तो देश की लगभग 1.30 अरब आबादी में करीब 40 प्रतिशत के लिए बड़े स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का ऐलान इस बजट में किया गया है. इसका मतलब यह हुआ कि योजना के तहत अब गरीब परिवारों को हर साल 5 लाख रुपये तक के इलाज पर अपने पैसे खर्च नहीं करने होंगे.
1200 करोड़ रुपये का यह फंड, दुनियाभर में अपनी तरह का पहला फंड होगा. इससे देश के 10 करोड़ परिवारों को फायदा पहुंचेगा. सरकार देश के 50 करोड़ लोगों का स्वास्थ्य बीमा करायेगी.
देश में 24 नये मेडिकल कॉलेज भी खुलेंगे. इसके अलावा, टीबी के रोगियों को पोषक पदार्थ मुहैया कराने के लिए 600 करोड़ रुपये के आवंटन की भी घोषणा की गयी.
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