नयी दिल्ली : सार्वजनिक बैंकों की गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के अंत तक 7.34 लाख करोड रुपये पर पहुंच गयी. इसका अधिकांश हिस्सा कॉरपोरेट डिफाल्टरों के कारण रहा. रिजर्व बैंक के आंकड़ो में यह जानकारी दी गयी. हालांकि, निजी बैंकों का एनपीए इस दौरान अपेक्षाकृत काफी कम 1.03 लाख करोड़ रुपये रहा.
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