Scrap Policy: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वाहन उद्योग को एक अहम सुझाव देते हुए कहा है कि जो ग्राहक नई गाड़ी खरीदते समय अपने पुराने वाहन को स्क्रैप कर उसका प्रमाणपत्र जमा करते हैं, उन्हें विशेष छूट दी जानी चाहिए. यह बयान उन्होंने सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के वार्षिक सम्मेलन में दिया.
स्क्रैप नीति से उद्योग को मिलेगा लाभ
गडकरी ने कहा कि वाहन स्क्रैप नीति न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी है, बल्कि इससे उद्योग को भी फायदा होगा. स्क्रैप धातुओं की उपलब्धता बढ़ेगी जिससे आयात पर निर्भरता कम होगी. उन्होंने बताया कि फिलहाल हर महीने औसतन 16,830 पुराने वाहन स्क्रैप किए जा रहे हैं और निजी क्षेत्र ने इस दिशा में 2,700 करोड़ रुपये का निवेश किया है.
जीएसटी में राहत की मांग
मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से अनुरोध किया है कि स्क्रैप प्रमाणपत्र जमा करने वाले ग्राहकों को नई गाड़ी खरीदने पर जीएसटी में राहत दी जाए. इससे स्क्रैप नीति को और मजबूती मिलेगी और उपभोक्ताओं को आर्थिक लाभ भी मिलेगा.
एथनॉल और सोशल मीडिया विवाद
गडकरी ने ई20 ईंधन (20% एथनॉल मिश्रित पेट्रोल) के खिलाफ सोशल मीडिया पर चल रहे अभियान को “पेड कैंपेन” बताया और कहा कि यह उनके राजनीतिक विरोध के उद्देश्य से चलाया गया है. उन्होंने इसे एथनॉल के खिलाफ एक साजिश करार दिया.
हितों के टकराव पर सफाई
कांग्रेस द्वारा गडकरी पर हितों के टकराव के आरोप लगाए गए हैं, जिसमें कहा गया कि उनके पुत्र एथनॉल कंपनियों से जुड़े हैं. गडकरी ने इन आरोपों को राजनीतिक बताया और स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य देश में वैकल्पिक ईंधन को बढ़ावा देना है.
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