रांची. निरंजना फल्गू नदी की हालात जानने झारखंड के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय 11 जून को बोधगया जायेंगे. वहां वे लोगों से बातचीत भी करेंगे. इस संबंध में भंते तिस्सावरो ने मंत्री श्री राय को मांग पत्र भी सौंपा. श्री राय ने भी कहा है कि मैं निरंजना फल्गू नदी की हालत जानता हूं, इसके लिये उपाय जरूरी है. इस बाबत विस्तृत जानकारी लेने के लिए बोधगया जायेंगे. भंते तिस्सावरो ने बताया कि मंत्री श्री राय निरंजना किनारे होनेवाली बैठक में हिस्सा लेंगे. भंते तिस्सावरो ने बताया कि यह नदी चतरा से हंटरगंज आती है. हंटरगंज से यह नदी डोभी आती है, यहां से बिहार की ओर जाती है. डोभी से यह नदी बोधगया आती है.
एक ही नदी को लोग दो नाम निरंजना व फल्गू के नाम से जानते हैं. उन्होंने बताया कि गया हिंदुओं का पवित्र स्थल है. लेकिन, यहां बहने वाली निरंजना फल्गू नदी की स्थिति काफी खराब है. नदी के किनारे रहनेवाले किसानों का पलायन शुरू है. नदी में पानी नहीं रहने से खेती में भी आफत हो गयी है. इस वजह से यहां रहनेवाले लोगों के लिए जीविकोपार्जन का कोई साधन नहीं है.
यहां चेकडैम भी नहीं है. उन्होंने 12 जून 2014 को भारत सरकार से मांग भी की थी कि गंगा प्राधिकरण की तर्ज पर निरंजना फल्गू प्राधिकरण भी बने. इस मुहिम को गया के सांसद हरि मांझी, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, गया शहर उद्योग प्रतिष्ठान के डीके जैन, गांधीवादी नेता सुरेंद्र कुमार, राजेंद्र सिंह समेत कई बुद्धिजीवियाें ने भी सराहा है.