Pradhan Mantri Ujjwala Yojana: केंद्रीय सरकार ने सोमवार, 22 सितंबर 2025 को वित्तीय वर्ष 2025-26 के दौरान प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के तहत 25 लाख अतिरिक्त एलपीजी कनेक्शन जारी करने की मंजूरी दी. इसके साथ ही, योजना की शुरुआत से अब तक कुल 10.58 करोड़ कनेक्शन वितरित किए जा चुके हैं.
PMUY का उद्देश्य
2016 में शुरू की गई प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों की महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन मुफ्त में उपलब्ध कराना है. योजना के तहत लाभार्थियों को इंस्टॉलेशन, पहला रिफिल, रेगुलेटर और स्टोव के लिए कोई भुगतान नहीं करना पड़ता. इन सभी खर्चों को सरकार और तेल विपणन कंपनियां (OMCs) मिलकर वहन करती हैं.
पहले चरण में योजना ने 8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन प्रदान किए. योजना के दूसरे चरण को अगस्त 2021 में लॉन्च किया गया, जिसमें 2022 से 2024 तक लक्ष्यों का विभाजन किया गया. जुलाई 2025 तक, योजना के तहत देशभर में 10.33 करोड़ से अधिक कनेक्शन वितरित किए जा चुके थे. साथ ही, अगस्त 2025 में सरकार ने हर 14.2 किलो सिलेंडर पर 300 रुपये की लक्षित सब्सिडी की मंजूरी दी और प्रति वर्ष 9 रिफिल्स तक की पात्रता बढ़ा दी.
इस नए दौर में क्या है योजना का दायरा
सरकार इन 25 लाख एलपीजी कनेक्शनों के लिए कुल 676 करोड़ रुपये खर्च करेगी. इसमें 512.5 करोड़ रुपये जमा-मुक्त कनेक्शन प्रदान करने के लिए, 160 करोड़ रुपये अगस्त में घोषित लक्षित सब्सिडी के लिए और 3.5 करोड़ रुपये परियोजना प्रबंधन व प्रशासनिक खर्चों के लिए रखे गए हैं. यह नया चरण गरीब परिवारों की महिलाओं को स्वच्छ ईंधन तक बेहतर पहुँच दिलाने में अहम माना जा रहा है.
योजना गरीब परिवारों की महिलाओं को स्वच्छ और सुरक्षित ईंधन उपलब्ध कराने के साथ-साथ उनके जीवन स्तर को सुधारने का भी काम करती है. PMUY से स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ा है क्योंकि इससे काले धुएं से होने वाली बीमारियों में कमी आई है. विशेषज्ञों का मानना है कि 25 लाख नए कनेक्शन ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में योजना के प्रभाव को और मजबूत करेंगे.
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