तेहरान : ईरान में हुए चुनाव के शुरुआती परिणामों के मुताबिक सुधारवादी और दक्षिणपंथी उदारवादी संसद पहुंचने की दौड में आगे चल रहे हैं. यह संकेत देता है कि राष्ट्रपति हसन रुहानी को अपना घरेलू एजेंडा चलाने के लिए ज्यादा अनुकूल सदन मिल सकता है. कल हुए संसदीय चुनाव के आज सुबह आए शुरुआती नतीजे बताते हैं कि 290 सदस्यीय संसद में तीनों राजनीतिक गुटों में से किसी को भी अकेले दम पर बहुमत नहीं मिल पाएगा, लेकिन बडे लोकतांत्रिक बदलाव में प्रयासरत सुधारवादी 2004 के बाद अपनी सबसे बडी उपस्थिति दर्ज कराने जा रहे हैं.
इससे कट्टरपंथियों को बडा धक्का लगेगा. अधिकारियों को अभी शुरुआती परिणाम जारी करने है लेकिन अर्ध सरकारी फार्स और मेहर समाचार एजेंसियों तथा असोसिएटिड प्रेस द्वारा की गई एक गणना बताती है कि चुनाव में कट्टरपंथियों की शिकस्त हो रही है.

