दमिश्क :सीरिया की राजधानी के बाहरी क्षेत्र स्थित एक शिया दरगाह के पास श्रृंखलाबद्ध फिदायीन बम हमलों और होम्स में हुए हमलों में मरने वालों की संख्या बढकर 150 हो गयी है. जिहादियों ने इन हमलों का दावा किया है.अमेरिका और रूस वहां युद्धविराम सुनिश्चित करने पर काम कर रहे हैं.इस्लामिक स्टेट समूह ने बताया कि इस नरसंहार के पीछे उसी का (इस्लामिक स्टेट का) हाथ है.
अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने कल कहा कि सीरिया में हिंसक पांच साल के संघर्ष के बाद संघर्ष विराम के तात्कालिक समझौते पर पहुंचा गया.‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ के मुताबिक राजधानी दमिश्क में एक कार बम विस्फोट के बाद सैयदा जैनब स्थित शिया दरगाह के पास लगातार दो फिदायी हमले हुए जिसमें 96 लोगों की मौत हुई थी.सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी सना ने एक पुलिस सूत्र के हवाले बताया कि बच्चे सहित करीब 178 लोग मारे गए हैं और कई लोग घायल हुए हैं.
एक संवाददाता ने बताया कि शिया दरगाह के करीब 400 मीटर के दायरे में धमाके हुए. यहां पैगम्बर मोहम्मद की नवासी का मजार है. इसी इलाके में जनवरी में हुए आईएस के एक हमले में 70 लोगों की मौत हो गयी थी.
ऑब्जर्वेटरी ने यह भी सूचना दी कि होम्स के मध्य शहर अल-जहरा के सरकार समर्थक जिले में दो कार बम विस्फोटों में कम से कम 59 लोग मारे गए और कई घायल हुए.आईएस ने ऑनलाइन यह बताया कि सैयदा जैनब में दो कार बम विस्फोट और होम्स में भीड भाड वाले क्षेत्र में अन्य दो विस्फोट किए गए.सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत स्ताफन दे मिस्तूरा के प्रवक्ता ने एक बयान में बताया कि उन्होंने इन हमलों की ‘‘कठोर निंदा” की है.
होम्स से दिखाई गई सरकारी टेलीविजन की फुटेज में आपातकालीन कर्मियों को एक स्ट्रेचर पर एक जले हुए व्यक्ति का शव ले जाते हुए दिखाया गया और इसके पीछे तहस नहस हुईं दुकानें और क्षतिग्रस्त कारों तथा मिनीबसों की तस्वीरें दिख रही हैं.संघर्ष विराम को मजबूती से सुनिश्चित करने के लिए कल अमेरिकी विदेश मंत्री केरी ने रुसी विदेश मंत्री सरगेई लावरोव से कम से कम तीन बार बातचीत की.
एक दौर की बातचीत के बाद केरी ने अम्मान में कहा, ‘‘सैद्धांतिक रुप से हमलोग अंतरिम समझौते पर पहुंचे हैं जिसे आने वाले दिनों में शुरू किया जा सकता है.”

