वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा पांच जनवरी को एक गन कंट्रोल पर भाषण के दौरान रो पड़े थे, लेकिन एक चैनल फॉक्स न्यूज की एंकर ने कहा कि ओबामा के आंसू असली नहीं थे, बल्कि रोने के लिए उन्होंने कच्चे प्याज का इस्तेमाल किया होगा. न्यूज चैनल की एंकर एंड्रिया टंटारोस ने कहा, ‘नेता ने जैसा इमोशन दिखाया, उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता.’ ‘मैं पोडियम चेक करती, कहीं उन्होंने कच्चा प्याज तो नहीं रखा था. एंकर ने कहा कि मैं बस यही कहना चाहती हूं कि ये भरोसे के लायक नहीं था, क्योंकि ये अवॉर्ड सीजन जैसा है.’
इस दौरान को-हॉस्ट मेलिसा फ्रैंसिस ने ओबामा के इमोशन को ‘बैड पॉलिटिकल थिएटर’ करार दिया. उन्होंने कहा, ‘उस फायरिंग में जो बच्चे मारे गये थे, उन्हें लेकर मैं बुरा सोचती हूं. लेकिन वे केवल इसे लेकर ही दुखी होते हैं, कभी टेरर को लेकर नहीं.’ मेलिसा फॉक्स चैनल पर राजनीतिक विश्लेषक के तौर पर अक्सर नजर आती हैं. यह पहली बार नहीं है जब फॉक्स न्यूज पर चर्चा के लिए आए मेहमानों ने ओबामा की आलोचना की हो. पहले भी ऐसा होता रहा है.
कब रोये थे बराक ओबामा
पांच जनवरी को अमेरिका की ताकतवर बंदूक लॉबी के खिलाफ देश की संसद यानी कांग्रेस का समर्थन जुटाने के लिए राष्ट्रपति बराक ओबामा ने न्यूटाउन के एक स्कूल में और ओक ग्रीक में सिख श्रद्धालुओं पर हुई गोलीबारी की घटनाओं का जिक्र किया और बंदूकों से होने वाली हिंसक घटनाओं पर लगाम लगाने की खातिर उठाये जाने वाले कदमों का ऐलान किया. इस संबोधन के दौरान ओबामा इतने भावुक हुए कि उनकी आंखों से आंसू निकल आए.
ओबामा ने कहा था, ‘एक ऐसा संतुलन बनाने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना चाहिए जिससे यह स्पष्ट हो कि हमारे बाकी अधिकार भी अहम हैं. दूसरे संशोधन अधिकार भी अहम हैं. लेकिन हम अन्य अधिकारों के बारे में भी ख्याल रखते हैं. और हमें उनमें संतुलन बिठाने लायक होना होगा क्योंकि स्वतंत्र होकर सुरक्षित रूप से पूजा करने का हमारा अधिकार – साउथ कैरोलिना के चार्ल्सटन में ईसाइयों को इस अधिकार से वंचित कर दिया गया था.’
उन्होंने कहा, ‘हमारे जीवन, स्वतंत्रता और खुशहाली के प्रयास करने के अधिकार ब्लैक्सबर्ग और सैंटा बारबरा के कॉलेज के बच्चों को और कोलंबाइन के हाई स्कूल छात्रों को और न्यूटाउन के छोटे-छोटे बच्चों को इस अधिकार से वंचित कर दिया गया.’ गौरतलब है कि कनेक्टिकट के न्यूटाउन में तीन साल पहले प्राथमिक स्कूल में पढने वाले 20 बच्चों की हत्या कर दी गयी थी. अपनी आंखों से आंसुओं को पोंछने के बाद अपनी भावनाओं पर काबू रखने के लिए कुछ पल रुकते हुए ओबामा ने कहा, ‘जब भी मैं उन बच्चों के बारे में सोचता हूं, मैं पागल हो जाता हूं.’ हालांकि बाद में रोने की बात पर ओबामा ने कहा कि उन्हें खुद पता नहीं वे कैसे रो पड़े.