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हांगकांग:लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों और विरोधी समूहों के बीच झडप

हांगकांग : लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों की शुक्रवार को विरोधी समूह के साथ जमकर झडप हुई. विरोधी समूह हांगकांग के व्यापारिक क्षेत्र को बंद कराने के खिलाफ थे. जब प्रदर्शन कारी वहां पहुंचे तो दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई जिससे कई लोग घायल हो गये. पुलिस ने बीच बचाव करके प्रदर्शनकारियों पर नकेल कसा. शहर […]

हांगकांग : लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों की शुक्रवार को विरोधी समूह के साथ जमकर झडप हुई. विरोधी समूह हांगकांग के व्यापारिक क्षेत्र को बंद कराने के खिलाफ थे. जब प्रदर्शन कारी वहां पहुंचे तो दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई जिससे कई लोग घायल हो गये. पुलिस ने बीच बचाव करके प्रदर्शनकारियों पर नकेल कसा.

शहर के दो व्यस्त व्यापारिक जिलों में हताशा का माहौल था जहां प्रदर्शनकारी विरोधी समूहों ने उन बैरिकेडों को ध्वस्त करना शुरु कर दिया जहां चीन शासित क्षेत्र में पूरी तरह स्वतंत्र चुनाव कराने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोग जमा हैं. फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि क्या प्रदर्शनकारी विरोधी समूह बाधाओं के कारण स्थानीय व्यवसायियों के परेशान होने से असंतुष्ट थे या जैसा कुछ प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि उन्हें परेशानी खडी करने के लिए लाए गए भाडे के लोग थे.

वहां उस समय तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई जब प्रदर्शनकारियों की शुरुआत में प्रदर्शन का केंद्र बने सरकार के मुख्यालय के निकट पुलिस के साथ झडप हुई थी. उधर, चीन ने कहा कि प्रदर्शनकारी विफल होंगे. जहां अमेरिका, यूरोप और जापान ने दुनिया की अग्रणी वित्तीय राजधानियों में से एक की स्थिति को लेकर चिंता जताई है वहीं चीन ने जोर दिया है कि ‘‘महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर रियायत बरतने की कोई गुंजाइश नहीं है.’’ हांगकांग के अंतिम ब्रिटिश गवर्नर ने भी शहर की 70 लाख जनता में और विश्वास नहीं भर पाने के लिए बीजिंग को ‘‘नासमझ’’ बताया. पांच रात की रैलियों के बाद भीड आज कम हो गई। सरकारी परिसर के बाहर तकरीबन 100 प्रदर्शनकारी ही बचे.
प्रदर्शनकारियों ने हांगकांग के चीफ एक्जीक्यूटिव लियुंग चुन यिंग को इस्तीफा देने के लिए गुरुवार की मध्यरात्रि तक का वक्त दिया था. लियुंग ने कल मध्यरात्रि की समय सीमा समाप्त होने से पहले अपने इस्तीफे की मांग को सिरे से खारिज कर दिया था. हालांकि, उन्होंने अपने डिप्टी को उन प्रमुख छात्रों के समूह के साथ बातचीत के लिए नियुक्त किया था जो आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं.
हालांकि, आज दोपहर तक बातचीत शुरु होने का कोई संकेत नहीं था. आपसी अविश्वास काफी बढ गया है और लोगों का मानना है कि लियुंग सिर्फ इस उम्मीद में समय हासिल करना चाहते हैं कि हांगकांग की जनता इस सामूहिक धरना प्रदर्शनों से त्रस्त हो जाएगी. प्रदर्शनों की वजह से व्यापार को नुकसान हो रहा है, स्कूल बंद है और बस मार्ग बाधित हैं.
अबीगेल हॉन ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि वह उन लोगों से बच रहे हैं जो अपनी बात रख रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब से मैं रात में ठहरने नहीं जा रही हूं. हमें उम्मीद है कि लियुंग समस्या का सामना कर सकते हैं और जिसकी हम मांग कर रहे हैं उसपर प्रतिक्रिया कर सकते हैं.’’ उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि लियुंग छात्रों के साथ सीधा संवाद करें. लेकिन आक्युपाई सेंट्रल प्रोटेस्ट ग्रुप ने वार्ता का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि यह मौजूदा राजनैतिक गतिरोध में निर्णायक मोड प्रदान करेगा.

Prabhat Khabar Digital Desk
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