नयी दिल्ली: अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने आज इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की दो प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया. प्रयोगशाला देखने के बाद वहां विद्यार्थियों से बातचीत में उन्होंनेप्रयोगशालाकी तारीफ में पहले दो शब्द ‘बहुत रोमांचक और उत्कृष्ट’ का प्रयोग किया.
केरी यहां 5 वीं भारत-अमेरिका रणनीतिक वार्ता के लिए आये हुए हैं. अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच समय निकालकर केरी ने अप्लाइड माइक्रोबायोलॉजी प्रयोगशाला और जैव प्रक्रिया प्रयोगशाला का दौरा किया. आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो. आरके शेवगांवकर ने कहा कि केरी ने अमेरिकी दूतावास से ही आईआईटी प्रेयागशालाओं को देखने की इच्छा जतायी थी.
नीले सूट में सजे केरी वहां छात्रों के साथ बातचीत की और उनसे शामिल प्रक्रियाओं, शिक्षा की फीस, पेटेंट प्रणाली के बारे में कई सवाल पूछे. उन्होंने पूछा कि पढाई समाप्त करने के बाद छात्रों को इसी देश में नौकरी मिल जायेगी या बाहरी देशों में जाना होगा. केरी बायो-डिगरेडेबल प्लास्टिक पर एक शोध परियोजना को देखने के बाद काफी खुश हुए.
केरी ने शैवाल की सहायता से पानी साफ करने की पद्धति और बायोमास उत्पादन की जमकर तारीफ की. संस्थान के ही कुणाल गुप्ता ने कहा कि उन्हें गर्व है कि अमेरिकी विदेश मंत्री उनके संस्थान का दौरा करने आये. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का भी गर्व है कि वे अमेरिका से मान्यताप्राप्त एक संस्थान का हिस्सा हैं.

