इस्लामाबाद : पाकिस्तान तालिबान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के मूड में दिख रहा है. आतंकियों को संरक्षण देने वाले देश के रूप में भारत उसपर कई बार अंगुली उठा चुका है. हालांकि भारत विरोधी गतिविधि करने वाले पाकिस्तान में खुले घूम रहे हैं. भारत इस बारे में कई बार पाकिस्तान को सबूत भी दे चुका है लेकिन इसपर उसने कोई कार्रवाई नहीं की. नवाज शरीफ का पीएम पद संभालने के बाद आतंकी गतिविधि रोकने की ओर प्रयासरत हैं. पाकिस्तान ने अशांत उत्तरी वजीरिस्तान में तालिबान के खिलाफ सेना की कार्रवाई की है जिसमें 200 से अधिक चरमपंथी मारे गए.
‘करजई रोके आतंकियों को’
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई से कहा है कि वह पाकिस्तान से भाग रहे आतंकवादियों के अफगानिस्तान में प्रवेश पर रोक लगाएं. सेना ने आज कहा कि उत्तरी वजीरिस्तान में तालिबान आतंकवादियों के खिलाफ जारी अभियान में कम से कम 25 आतंकवादी मारे गए. आज की कार्रवाई के बाद बीते तीन दिनों में मारे गए आतंकवादियों की संख्या 212 हो गई.
आतंकवादियों के ठिकाने किये गये नष्ट
लडाकू विमानों ने आज सुबह आतंकवादियों के छह ठिकानों को नष्ट कर दिया. इनमें एक प्रशिक्षण शिविर और आईईडी बनाने की फैक्टरी शामिल है. सेना के प्रवक्ता ने मेजर जनरल आसिम सलीम बाजवा ने कहा, ‘‘हमले में 25 विदेशी और स्थानीय आतंकवादी मारे गए.’’ उन्होंने कहा कि अभियान योजना के मुताबिक आगे बढ रहा है और आतंकवादियों के साथ सभी ठिकानों को घेर लिया है. उधर, प्रधानमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने आतंकवादियों के खिलाफ सहयोग के लिए शरीफ और करजई के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत की पुष्टि की. यह बातचीत कल इन खबरों के बाद हुई कि उत्तरी वजीरिस्तान में तालिबान के गढ में सेना द्वारा अभियान छेडे जाने के बाद से 2,000 से अधिक लोग सुगम सीमा के जरिए अफगानिस्तान में प्रवेश कर गए हैं.