संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में वर्ष 1990 से 2013 के बीच मातृ मृत्यु दर में कमी आयी है लेकिन पिछले वर्ष वैश्विक मातृ मृत्यु की एक तिहाई मौतें नाइजीरिया और भारत में हुई. वर्ष 1990 से 2013 के बीच मातृ मृत्यु आकलन पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार 1990 में गर्भधारण संबंधी जटिलताओं के कारण और प्रसव के दौरान करीब 5,23,000 महिलाओं की मौत हुई जबकि 2013 में इन कारणों से करीब 2,89,000 महिलाओं की जान गई. इस आंकडे के अनुसार, मातृ मृत्यु दर में 45 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है.
रिपोर्ट के अनुसार इनमें से 62 प्रतिशत :179,000: मौतें उप सहारा अफ्रीका और 24 प्रतिशत :69,000: महिलाओं की मौत दक्षिणी एशिया में हुई हैं. देश के आधार पर देखा जाए तो 2013 में वैश्विक स्तर पर प्रसव या गर्भधारण संबंधी जटिलताओं के कारण जिन महिलाओं की मौत हुईं उनमें से एक तिहाई महिलाओं की मौत भारत और नाइजीरिया में हुईं. भारत में 17 प्रतिशत :50,000: महिलाओं और नाइजीरिया में 14 प्रतिशत : 40,000: महिलाओं की मौत हुई.
भारत उन 10 देशों में शामिल है जहां 2013 में हुईं वैश्विक मातृ मृत्यु की 58 प्रतिशत मौत हुईं. इस सूची में नाइजीरिया, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, इथियोपिया, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, तंजानिया, केन्या, चीन एवं युगांडा शामिल हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में मातृ मृत्यु दर में 1990 की तुलना में 2013 में 65 प्रतिशत की गिरावट आयी है. यह दर वर्ष 1990 में 560 थी जो 2013 में घट कर 190 रह गई है.