वाशिंगटन : एक नये अध्ययन में दावा किया गया है कि फेसबुक से विद्यार्थियों को चीजें समझने में मदद मिल सकती है क्योंकि वे फेसबुक पर गुमनाम मूकदर्शक से सक्रिय अध्ययनकर्ता बन जाते हैं.
शोधकर्ताओं ने पाया कि विश्वविद्यालय के जिन विद्यार्थियों ने बडे सोशियोलोजी क्लास के रुप में फेसबुक समूह के रुप में काम किया, उन्होंने अपने कार्य में अच्छा प्रदर्शन किया और उन्होंने संबद्धता की भावना अधिक महसूस की. बेलर्स कालेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज के सोशियोलोजी के एसोसिएट प्रोफेसर केविड डोघेटरी ने कहा, ‘‘कुछ शिक्षकों को इस बात की चिंता हो सकती है कि सोशल मीडिया विद्यार्थियों को वैध शिक्षण से भटका देता है लेकिन हमने पाया कि हमारे फेसबुक ग्रूप ने विद्यार्थियों को गुमनाम मूकदर्शक से सक्रिय अध्यययनकर्ता में बदलने में मदद की और यह छात्रों के प्रदर्शन के लिए महत्वपूर्ण असर है.’’