Advertisement
डिजिटाइजेशन की राह में डेटा स्टोरेज की चुनौतियां, जानें
मौजूदा स्मार्टफोन एेप्स और व्यापक डेटा स्टोरेज के मौजूदा युग में इससे जुड़ी अनेक प्रकार की व्यक्तिगत और कारोबारी दिक्कतें सामने आने लगी हैं. इससे सुरक्षा का जोखिम भी पैदा होने की आशंका रहती है. डेटा स्टोरेज और एेप्स से जुड़ी विविध समस्याओं और उनके समाधान को इंगित करने का प्रयास कर रहा है. आज […]
मौजूदा स्मार्टफोन एेप्स और व्यापक डेटा स्टोरेज के मौजूदा युग में इससे जुड़ी अनेक प्रकार की व्यक्तिगत और कारोबारी दिक्कतें सामने आने लगी हैं. इससे सुरक्षा का जोखिम भी पैदा होने की आशंका रहती है. डेटा स्टोरेज और एेप्स से जुड़ी विविध समस्याओं और उनके समाधान को इंगित करने का प्रयास कर रहा है. आज का इन्फो टेक पेज …
मौजूदा आधुनिक युग में ग्राहकों के पास कई प्रकार के नये डेटा स्टोरेज एप्स और सेवाएं उपलब्ध हैं. इनसे यूजर्स को न केवल तेज और सटीक तरीके से निरीक्षण की सुविधा मिलती है, बल्कि इससे हाई-वॉल्यूम डेटा स्टोरेज और उन्नत किस्म की सुरक्षा भी हासिल होती है.
इसके अलावा, अन्य कई तरह की सुविधाएं भी इससे मिलती हैं. लेकिन जब किसी संगठन में डेटा स्टोरेज के लिए नयी भूमिकाओं की बात होती है, तो यह महत्वपूर्ण है कि इस बात पर नजर डालें कि वास्तव में बढ़ते कारोबारी डेटा और उसकी सुरक्षा की बढ़ती भूमिका में मोबाइल फिट बैठ भी रहे हैं.
इस प्रकार के स्टोरेज में मूव करने का फैसला लेने पर, मोबाइल लीडर्स निश्चित रूप से डेटा सुरक्षा जोखिमों के साथ यूजर्स तक पहुंचने के तरीके पर भी ध्यान देते हैं.
इसमें हमेशा ही एप्स और सेवाआें की डेटा विखंडन की चुनौतियों का जिक्र नहीं होता, जिनके योगदान से किसी कारोबार के संचालन लागत को प्रभावित किया जा सकता है. साथ ही, यह जानना बहुत कठिन होता है कि उस कारोबार से जुड़े जोखिम को किस प्रकार कम किया जा सकता है.
सेल्फ-सर्विस एनालिटिक्स
दुनिया के संबंधित प्रतिष्ठान संगठन ‘गार्टनर’ ने वर्ष 2019 के लिए अनुमान व्यक्त किया है कि सेल्फ-सर्विस एनालिटिक्स में ग्रोथ के कारण डेटा वैज्ञानिकों के मुकाबले बिजनेस यूजर्स ज्यादा विश्लेषण करने में सक्षम होंगे. हालांकि, सेल्फ-सर्विस बिजनेस इंटेलिजेंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित मोबाइल सेवाओं जैसी उभरती तकनीकों की संभावित क्षमताओं को समझने के लिए उद्यमियों को एक ठोस मोबाइल डेटा की जरूरत पड़ सकती है. ऐसे में मोबाइल डेटा एक्सेस, मैनेजमेंट और सुरक्षा जैसी चीजों के लिए एक प्रभावी दृष्टिकोण बेहद जरूरी है.
हाल के वर्षों में बिजनेस डेटा के वॉल्यूम और वेरायटी में जिस नाटकीय तरीके से बढ़ोतरी हुई है, उससे क्लाउड स्टोरेज की लागत में उल्लेखनीय रूप से कमी आयी है.
‘इनसाइड बिग डेटा’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डिजिटल यूनिवर्स का आकार प्रत्येक दूसरे वर्ष दोगुना होता जा रहा है, जिसमें पारंपरिक बिजनेस डेटा सोर्स के मुकाबले मशीनों के जरिये 50 गुना अधिक तेजी से डेटा जेनरेट हो रहा है. मोबाइल उद्यमियों के लिए डेटा स्टोरेज का सही समाधान क्लाउड से जुड़ा है.
‘पीसीमैग्स’ के डेनिएल ब्रेम ने इसके बेहतर समाधान के रूप में लिखा है कि ये आपके संगठन के लिए सुविधाजनक तरीके से पहुंच के योग्य, पड़ताल के योग्य, और सुरक्षित होने चाहिए. साथ ही, ये आपके संगठन के वर्कफ्लो के अनुकूल होने चाहिए. यहां कुछ ऐसे महत्वपूर्ण तथ्य दिये जा रहे हैं, जिनका इस्तेमाल इस संदर्भ में आसानी से किया जा सकता है :
उच्च-वॉल्यूम, अव्यवस्थित डेटा स्टोरेज
डेटा विखंडन की समस्या के हल के तौर पर किसी संगठन को इसके समुचित समाधान की जरूरत पड़ती है, ताकि ऑब्जेक्ट स्टोरेज जैसे क्लाउड में यूनिफाई डेटा स्टोरेज और सर्वाधिक मांग वाले यूजर्स की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है. ऑब्जेक्ट स्टोरेज सर्विस डिजिटल कंटेंट, आईओटी डिवाइसेज और एनालिटिक्स से संगठित और असंगठित डेटा को समायोजित किया जा सकता है. यह विखंडित स्टोरेज से जूझने के लिए एक कनेक्टेड मोबाइल के साथ यूजर्स की जरूरतों को पूरा करने में भी सक्षम हो सकता है.
एक्सेस कंट्रोल और पहचान प्रबंधन
एप्लीकेशन स्तर पर सही लोगाें तक डेटा की पहुंच को सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त नियंत्रण होना चाहिए. बेहतर डेटा स्टोरेज एप्स ओर सर्विसेज के जरिये सुरक्षित एक्सेस, फोल्डर्स और शेयरिंग क्षमताओं को मुहैया करायाजाता है.
सुरक्षा, अनुकूलता और गूढ़ लेखन
सामान्य तौर पर अग्रणी सेवाएं, एप्स और डेटा के लिए उद्यमिता-आधारित गूढ़ लेखन मुहैया कराता है. इसके साथ ही, उद्योग से जुड़े खास रेगुलेटरी जरूरतों को समायोजित करने की जरूरत है.
मल्टी-प्लेटफॉर्म अनुकूलता
बीवाईओडी यानी ब्रिंग योर ओन डिवाइस और सीवाईओडी यानी चूज योर ओन डिवाइस पॉलिसीज में ग्रोथ से डेटा स्टोरेज एप्स और सर्विसेज से मल्टी-प्लेटफॉर्म अनुकूलता मुहैया करायी जा सकती है. इससे समूचे ऑपरेटिंग सिस्टम के जरिये सकारात्मक यूजर अनुभव को सुनिश्चित किया जा सकेगा.
ऑफलाइन पहुंच और समकालीनता
हालांकि, नियमित पहुंच निश्चित रूप से जरूरी है. ऐसे में एक सही एप या सेवा ऑफलाइन डेटा सिंक्रोनाइजेशन के जरिये पर्याप्त रूप से इसे प्रदान कर सकती है. आइबीएम ग्लोबल बिजनेस सर्विसेज के मैनेजिंग कंसल्टेंट डेनी फंडिंगर का कहना है कि एेप के विकास में यह सर्वाधिक गंभीर चुनौतियों में से एक है.
कारोबारी डेटा की मांग में मोबाइल कहां तक सटीक
मोबाइल डेटा स्टोरेज की समस्या के दो पहलू हैं- व्यक्ति और प्रक्रियात्मक, जिनकी अनदेखी नहीं की जा सकती है. यूजर की पहुंच के साथ ही इसके योगदान की महत्ता को समझना जरूरी है. मोबाइल स्टोरेज सोलुशंस को डेटा के प्रकार और विश्लेषण को व्यवस्थित करना चाहिए, जो यूजर्स को उसकी जरूरतों के मुताबिक मुहैया कराने में सक्षम हो पायेगा.
बढ़ती चुनौतियों के बावजूद डेटा सुरक्षा
अधिकतर संगठनों के लिए सही समाधान यह नहीं हो सकता है कि वे उद्यमिता का क्लाउड स्टोरेज सोलुशंस वर्गवार तरीके से डिजाइन करें, जिसमें ग्राहकों और अन्य पक्षों के लिए इसे इस्तेमाल में लाना जोखिमभरा हो जाये. इस मसले को निश्चित रूप से उद्यमिता पर ऐसे फोकस करना होगा, ताकि मोबाइल डेटा स्टोरेज एप्स क्लाउड स्टोरेज के जरिये कनेक्टेड हों.
डाटा स्टोरेज के लिए इस्तेमाल करने के लिए सर्वोत्तम और सबसे उपयुक्त एप्स निर्धारित करते समय विचार करने के लिए स्पष्ट रूप से बहुत कुछ है. डेटा एक्सेस, प्रबंधन और सुरक्षा के लिए उन्हें समग्र रूप से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि एक खास उद्यम उनके मोबाइल स्टोरेज समाधानों के लिए काम कर रहा है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement