Vocal for Local: खजूर के पत्ते से राखियां बना रहे ‘दंतेवाड़ा’ के ग्रामीण
खजूर के पेड़ और उसकी पत्तियां दोनों कठोर और कंटीले होते हैं. आमतौर पर हमें खजूर के अलावा उसके और किसी भी हिस्से की कोई उपयोगिता नहीं समझ आती. लेकिन, क्या आपने कभी कल्पना की है कि खजूर की पत्तियों को कलाईयों में पहना जा सकता है. वो भी राखी के रूप में. नहीं ना. हमने भी कभी कल्पना नहीं कि. जिस बात की हमने कल्पना तक नहीं की, वो छत्तीसगढ़ के अति नक्सल प्रभावित जिले दंतेवाड़ा में साकार हो रहा है. कुछ ही दिनों में रक्षा बंधन का त्यौहार आने वाला है. इसलिये दंतेवाड़ा में खजूर की पत्तियों से राखियां बना जा रही हैं. वो भी एक से एक, सुंदर डिजाइन वाली. है तो साधारण लेकिन आकर्षक.