काठमांडो : लाखों नेपाली नागरिकों ने दो दशक में पहली बार स्थानीय निकाय चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया. राजनीतिक अस्थिरता के बीच हिमालयी देश ने दो दशक में पहला स्थानीय निकाय चुनाव करा कर लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण कदम उठाया है. अधिकारियों के अनुसार, 71 प्रतिशत मतदान हुआ. मतदान के दौरान देश के विभिन्न भागों से हिंसा की खबरें भी आयीं. काठमांडो से करीब 120 किलोमीटर पूर्व में स्थित दोलाखा जिले में पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति भी मारा गया.
निर्वाचन आयोग ने तीन केंद्रों (कावरे, कोलीकोट और दोलाखा जिलों) में चुनाव स्थगित कर दिया है. अधिकारियों ने बताया कि तीनों केंद्रों पर मतदान की घोषणा नये सिरे से की जायेगी. आयोग ने एक बयान में कहा, ‘‘स्थानीय निकाय का पहला चरण शांतिपूर्ण रहा और करीब 71 प्रतिशत मतदान हुआ.’ मतदान सुबह सात बजे लगभग सभी 18,438 मतदान केंद्रों पर शुरू हुआ और शाम पांच बजे खत्म हुआ.
मुख्य निर्वाचन आयुक्त अयोधी प्रसाद यादव ने स्थानीय निकाय चुनाव में बड़े स्तर पर भाग लेने के लिए मतदाताओं को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि मतदान स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तरीके से हुआ. यादव ने कहा, ‘‘स्थानीय निकाय चुनाव का पहला चरण शांतिपूर्ण तरीके से हुआ.’ उन्होंने कहा कि सुदूर जिलों से मतपेटियों को हवाई मार्ग से संबंधित जिला मुख्यालयों तक पहुंचाया गया है. काठमांडो और ललितपुर स्थानीय निकायों में मतगणना रविवार रात से शुरू होने की संभावना है, जबकि बाकी सोमवार सुबह शुरू होगी.