नयी दिल्ली : कोई महिला या किसी खतरे का सामना कर रहा कोई दूसरा समूह ऐसी स्थिति में अपने मोबाइल फोन पर ‘पैनिक’ बटन और एक एप्लिकेशन का इस्तेमाल कर मदद मांग सकता है. योजना के तहत हर दिन लगातार 24 घंटे एक आपातकाल प्रतिक्रिया ( इआर ) इकाई काम करेगी जो ज्योग्राफिकल पोजिशिनिंग सिस्टम (जीपीएस) या ज्योग्रॉफिकल इंफोरमेशन सिस्टम ( जीआइएस ) की मदद से खतरे का सामना कर रहे व्यक्ति की जगह का पता लगा लगायेगी. दिल्ली में हुए गैंगरेप की घटना के बाद इस महत्वाकांक्षी योजना का खाका तैयार किया गया था.
ऐसे करेगा कार्य : बुधवार को जारी बयान में कहा गया कि सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा विकसित उपकरण के माध्यम से मोबाइल फोन या लैंडलाइन में पैनिक बटन और स्मार्ट फोन में मोबाइल फोन एप्लिकेशन से बजाये गये आपातकालीन अलार्म का पता लगाया जायेगा और इआर इकाइयां काम में लग जायेंगी. इसे बाद में एक अकेले केंद्रीय आपातकाल प्रतिक्रिया नंबर में बदला जा सकता है. स्मार्ट फोन उपयोगकर्ता मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड कर सकते हैं जबकि बेसिक फोन उपयोगकर्ताओं के लिए नए बेसिक फोन मॉडलों में ‘पैनिक’ बटन की व्यवस्था होगी.