नवादा :बिहारविधानसभा चुनाव के पहले चरण केप्रचारके अंतिम दिन महागंठबंधन के नेता व मुख्यमंत्री नीतीशकुमारनेप्रतिद्वंद्वीभारतीय जनतापार्टी पर जोरदार हमला किया. उन्होंने कहा कि आज पहले चरण के प्रचार का अंतिम दिनहैऔर मैंआपसे महागंठबंधन के पक्ष में वोट मांगने आया हूं. नीतीश कुमार ने कहा किभाजपाप्रधानमंत्री के नेतृत्व में बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ रही है, इससे साफ है कि इनके पास नेता नहीं है. उनके यहां नेतृत्व का अकाल है. उन्होंने कहा कि इससे यह भी लगता है कि अब ये पंचायत का चुनाव भी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही लड़ेंगे.
नीतीश कुमार ने कहा कि मोदी जी ऐसे मुद्दे उठा जो यहां हैं ही नहीं. उन्होंने कहा कि गौ हत्या यहां 1955 से ही प्रतिबंधित है, जबकि वधशाला यहां है ही नहीं. उन्होंने कहा कि बीते 15 सालों में गौमांस का निर्यात 15 प्रतिशत बढा. वहीं मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री बने तो गौमांस का निर्यात 225 प्रतिशत बढा. नीतीश ने कहा कि मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान पिंक रिवोल्यूशन की बात की थी, मैं पूछता हूं क्या हुआ उस दिशा में. उन्होंने काला धन लाने व 15 लाख रुपये खाते में नहीं देने पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कानून व्यवस्था पर उठाये जाने वाले सवाल पर कहा कि गुजरात में लोकल बॉडिज के चुनाव क्यों रद्द करने पड़े, बिहार में तो ऐसा नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि देश भर से लोग इस चुनाव में उतरे हुए हैं. देखिए भारत सरकार के कितने लोग पटना में उतरे हैं. कितने केंद्रीय मंत्री पटना में डेरा डाले हुए हैं. ऐसा लगता है कि दिल्ली के बजाय पटना को ही देश की राजधानी बना दिया है. देश की जनता ने इन्हें केंद्र की सरकार चलाने के लिए चुना. 300 से ज्यादा जिलों में सूखा पड़ा है. पर, उनकी यह प्राथमिकता नहीं है, उनका एक हीउद्देश्य हैकिकैसे बिहारका चुनाव जीतें.
उन्होंने एक बार फिर जोर दिया कि बिहार का चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा जाना चाहिए. उन्होंने बिहार में प्रधानमंत्री के व्यापकचुनावप्रचार कार्यक्रमों की भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि हमलोगों ने पहले ही अपना सीएम उम्मीदवार तय किया, लेकिन वे एनडीए नहीं कर पाया, जिससे साफ है कि उनमें एकता नहीं है. नीतीश ने कहा कि मोदी जी ने जो सवा लाख करोड़ के पैकेज की बात की है, उसमें एक लाख आठ करोड़ पुरानी योजनाओं के ही हैं.
वहीं, गया के वजीरगंज में जनसभा को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा जीतन राम मांझी को कोई जानता तक नहीं था, उनकी शख्सियत मैंने बनायी है. आज वे भाजपा की गोद में जाकर बैठ गये हैं. इसीलिए मैंने जीतन राम मांझी को हटाया था. भाजपा वाले भी कई मुख्यमंत्री को हटा चुके हैं. भाजपा के दर्जनों मंत्री अपना काम छोड़ कर बिहार में घूम रहे हैं.

