उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर विदेशों से काला धन लाने के लिए कोई पहल नहीं करने का आरोप लगाया. पूरा वर्ष गुजर गया, लेकिन 90 लाख करोड़ में एक डॉलर तक देश में नहीं आया, जबकि चुनाव के पहले भाजपा का यह सबसे कोर मुद्दा हुआ करता था. इसे जनता के साथ धोखाधड़ी बताते हुए कहा कि उन्हें इस बात पर आज शर्म महसूस हो रही है कि कभी उन्होंने ऐसे लोगों की मदद की थी. जेठमलानी के संबोधन के बाद इस संगठन के सलाहकार समेत अन्य पूर्व सैनिक वर्तमान भाजपा सरकार पर ओआरओपी के नाम पर उनके साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगा रहे थे. साथ ही मौजूद विधानसभा चुनाव में इन्हें वोट नहीं करने की अपील कर रहे थे. तभी श्रोता के बीच बैठे सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल अनिल सिन्हा उत्तेजित हो विरोध करने लगे.
उनकी आपत्ति थी कि इस कार्यक्रम को राजनीतिक रंग क्यों दिया जा रहा है. इसमें भाजपा को चुनाव में विरोध करने की बात क्यों कही जा रही है.

