संयुक्त राष्ट्र : भारत ने इस बात पर जोर दिया है कि 2015 के बाद का महात्वाकांक्षी विकास एजेंडा अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए महिलाओं के आर्थिक एवं राजनीतिक सशक्तिकरण की प्रतिबद्धता को दोगुना करने का अद्वितीय मौका प्रदान करता है.
संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन में प्रथम सचिव मयंक जोशी ने यहां ‘एडवांसिंग जेंडर इक्वैलिटी एंड एम्पावरमेंट आफ वीमेन एंड गर्ल्स फॉर ए ट्रांसफॉर्मेटिव पोस्ट-2015 डेवलप्मेंट एजेंडा’ विषयक उच्च स्तरीय चर्चा में कहा, ‘महिलाओं का आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक सशक्तिकरण सहमत विकास लक्ष्य और सतत विकास हासिल करने के लिए अनिवार्य शर्त है.’
उन्होंने कहा कि विकास की प्रक्रिया में मौलिक कुंजी महिलाओं, लडकियों, पुरुषों और लडकों के बीच समान साझेदारी सुनिश्चित करना है. उन्होंने भारत के इस दृढ विश्वास पर जोर दिया कि 2015 के बाद का विकास का एजेंडा ‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सतत विकास हासिल करने के लिए महिलाओं की आर्थिक, राजनीतिक सशक्तिकरण और समावेशी तथा समान गुणवत्ता की शिक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता फिर से दोगुना करने का अद्वितीय मौका प्रदान करता है.’