जेईई मेन 2020 की परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा दो चरणों में आयोजित की जायेगी. जेईई मेन परीक्षा का पहला चरण 6 से 11 जनवरी, 2020 के बीच आयोजित किया जायेगा, जिसमें पेपर-1 (बीई/ बीटेक) और पेपर-2 (बीआर्क/ बीप्लानिंग) शामिल होंगे. जेईई मेन-2020 में प्रश्नों की संख्या कम होगी, जबकि न्यूमेरिकल के सवाल ज्यादा होंगे.
प्रश्नपत्र अंग्रेजी, हिंदी और गुजराती में उपलब्ध होगा. पेपर-1 प्रति दिन दो सत्रों में आयोजित किया जायेगा और उम्मीदवारों को स्लॉट रेंडम तरीके से दिये जायेंगे. जेईई मेन परीक्षा का दूसरा चरण 3 से 9 अप्रैल, 2020 के बीच आयोजित किया जायेगा. छात्रों के पास एक या दोनों चरणों में उपस्थित होने का विकल्प है.
यदि छात्र किसी कारण से पहले चरण की परीक्षा में उपस्थित नहीं हो पाता है या पहले चरण में अच्छा प्रदर्शन नहीं दे पाता है, तो वह दूसरे चरण में उपस्थित हो सकता है. जिस परीक्षा का परिणाम बेहतर होगा उसके आधार पर रैंकिंग की जायेगी.
अंतिम एक महीने कीतैयारी पर दें िवशेष ध्यान
एक गंभीर उम्मीदवार ने अभी तक सारा सिलेबस कवर कर लिया होगा. सिलेबस पूरा कर लेने के बाद अब अंतिम दिनों में ठोस और योजनाबद्ध तैयारी आपके स्कोर को बेहतर कर सकती है. आप कुछ खास बातों का ध्यान रखकर अपनी सफलता की राह को आसान बना सकते हैं.
टाइम मैनेजमेंट : समय पर तैयारी पूरी करने के लिए सही प्लान जरूरी है. अापने तैयारी का मूल्यांकन कर लिया होगा, इसलिए यह समय अपनी कमियों और गलतियों को सुधारने में लगाना चाहिए.
फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स, तीनों जरूरी हैं, इसलिए इन पर बराबर से ध्यान दें.
रिवीजन का शिड्यूल चैप्टर और टॉपिक के आधार पर तैयार करें. शॉर्ट नोट्स बनायें, जिसमें सभी फॉर्मूले और जरूरी प्वॉइंट्स को शामिल करें. इससे रिवीजन में आसानी होगी.
सही अप्रोच : अपनी तैयारी के दैरान सकारात्मक दृष्टिकोण बनाये रखें. आखिर
के दो हफ्तों में केवल शॉर्ट नोट्स से ही रिवीजन करें. नियमित रूप से मॉक टेस्ट जरूर हल करें.
अपने उद्देश्य पर करें फोकस : उचित और सही समय पर प्लानिंग ही सही तैयारी की कुंजी होती है. टॉपर्स समय पर अपनी गलतियों का सुधार कर लेते हैं. पॉजिटिव एटीट्यूड और लगन के साथ ही आप टॉप कर सकते हैं.
स्टडी मटीरियल और टॉपिक्स
नयी किताबें बिल्कुल भी न पढ़ें. अपने कॉन्सेप्ट्स को क्लियर करने के लिए कुछ जरूरी किताबों की ही मदद लें. इस चरण में समस्याओं को हल करने, शॉर्ट-कट विकसित करने, फॉर्मूला याद करने, कमजोरियों और ताकत को समझने में फोकस करें. उम्मीदवारों को मॉक टेस्ट सीरीज (ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में ) को अधिक से अधिक संख्या में हल करना चाहिए.
तीनों खंड महत्वपूर्ण : जेईई के प्रश्नपत्र में 11वीं और 12वीं कक्षा की फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स के अध्याय समान रूप से महत्व रखते हैं. हालांकि, जब आप फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित के सभी चैप्टर तैयार कर रहे होंगे, तो निम्नलिखित विषयों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए:
गणित : अल्जेब्रा में क्वाड्रेटिक इक्वेशन और एक्सप्रेशन, कॉम्प्लेक्स नंबर्स, प्रोबेबिलिटी, वेक्टर, मैट्रिसेस; कॉर्डिनेट ज्योमेट्री में सर्कल, पैराबोला, हाइपरबोला, कैल्कुलस में फंक्शन, लिमिट, कंटीन्यूटी और डिफ्रेन्शियबिलिटी, एप्लीकेशन ऑफ डेरिवेटिव, डेफिनेट इंटीग्रल.
फिजिक्स : काइनेमेटिक्स, गुरुत्वाकर्षण, तरल पदार्थ, ऊष्मा और ऊष्मप्रवैगिकी, लहरें और ध्वनि, कैपेसिटर और इलेक्ट्रोस्टैटिक्स, मैग्नेटिक्स, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन, ऑप्टिक्स और आधुनिक भौतिकी.
केमिस्ट्री: इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री, इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री, केमिकल एंड आयोनिक इक्विलिब्रियम में कोऑर्डिनेशन केमिस्ट्री एंड केमिकल बॉन्डिंग, फिजिकल केमिस्ट्री और ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में मोल कॉन्सेप्ट.
एक्सपर्ट टिप: पीरियोडिक टेबल को सामान्य रूप से देख लें और इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री के लिए एनसीईआरटी की किताबें पढ़ें. ऑर्गेनिक केमिस्ट्री के लिए पहले बेसिक कॉन्सेप्ट क्लियर करें और फिर अधिक से अधिक प्रैक्टिस करें. फिजिकल केमिस्ट्री के लिए न्यूमेरिकल का अधिक से अधिक अभ्यास करें.
तीनों खंड महत्वपूर्ण : जेईई के प्रश्नपत्र में 11वीं और 12वीं कक्षा की फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स के अध्याय समान रूप से महत्व रखते हैं. हालांकि, जब आप फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित के सभी चैप्टर तैयार कर रहे होंगे, तो निम्नलिखित विषयों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए:
गणित : अल्जेब्रा में क्वाड्रेटिक इक्वेशन और एक्सप्रेशन, कॉम्प्लेक्स नंबर्स, प्रोबेबिलिटी, वेक्टर, मैट्रिसेस; कॉर्डिनेट ज्योमेट्री में सर्कल, पैराबोला, हाइपरबोला, कैल्कुलस में फंक्शन, लिमिट, कंटीन्यूटी और डिफ्रेन्शियबिलिटी, एप्लीकेशन ऑफ डेरिवेटिव, डेफिनेट इंटीग्रल.
फिजिक्स : काइनेमेटिक्स, गुरुत्वाकर्षण, तरल पदार्थ, ऊष्मा और ऊष्मप्रवैगिकी, लहरें और ध्वनि, कैपेसिटर और इलेक्ट्रोस्टैटिक्स, मैग्नेटिक्स, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन, ऑप्टिक्स और आधुनिक भौतिकी.
केमिस्ट्री: इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री, इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री, केमिकल एंड आयोनिक इक्विलिब्रियम में कोऑर्डिनेशन केमिस्ट्री एंड केमिकल बॉन्डिंग, फिजिकल केमिस्ट्री और ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में मोल कॉन्सेप्ट.
एक्सपर्ट टिप: पीरियोडिक टेबल को सामान्य रूप से देख लें और इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री के लिए एनसीईआरटी की किताबें पढ़ें. ऑर्गेनिक केमिस्ट्री के लिए पहले बेसिक कॉन्सेप्ट क्लियर करें और फिर अधिक से अधिक प्रैक्टिस करें. फिजिकल केमिस्ट्री के लिए न्यूमेरिकल का अधिक से अधिक अभ्यास करें.