झारखंड में 230 अपग्रेड उच्च विद्यालयों में 2513 शिक्षकों की नियुक्ति परीक्षा छह वर्षो से लंबित है. परीक्षा की प्रक्रिया 2009 में जेपीएससी के माध्यम से शुरू हुई थी. 2009 में आवेदन करनेवाले परीक्षार्थी अब तक परीक्षा नहीं दे पाये हैं. पर नये सिरे से आवेदन आमंत्रित कर जैक ने 56 हजार आवेदकों की परीक्षा ले ली. हालांकि जीव विज्ञान की परीक्षा अब तक नहीं ली जा सकी है. परीक्षा में शामिल होने के लिए 2009 के आवेदकों को हाइकोर्ट का सहारा लेना पड़ा. हाइकोर्ट के आदेश के दो साल बाद भी इनकी परीक्षा अब तक नहीं ली जा सकी है. इस कारण परीक्षा दे चुके 56 हजार विद्यार्थियों का रिजल्ट भी दो साल से लंबित है.
रांची: शिक्षा विभाग ने अपग्रेड उच्च विद्यालयों में शिक्षक नियुक्ति की जिम्मेदारी पहले झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) को दी थी. जेपीएससी ने 2009 में नियुक्ति के लिए आवेदन मंगाया. आवेदन में वैसे विद्यार्थियों को परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गयी, जो बीएड की परीक्षा में शामिल होनेवाले थे. बाद में इसका विरोध हुआ. सरकार ने विरोध के कारण नियम में बदलाव किया और बीएड की परीक्षा में शामिल होनेवाले विद्यार्थियों को भी शिक्षक नियुक्ति की परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दे दी गयी.
सरकार के निर्णय के बाद जेपीएससी ने 2010 में फिर से आवेदन मंगाया. करीब 40 हजार विद्यार्थियों ने आवेदन भरा. आवेदन जमा करने के छह साल गुजर गये, पर अब तक शिक्षक नियुक्ति की परीक्षा नहीं हुई.
2011 में जैक को मिली जिम्मेदारी
जेपीएससी की ओर से परीक्षा नहीं लेने पर शिक्षा विभाग ने इसकी जिम्मेदारी जुलाई 2011 में झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) को सौंप दी. जैक ने फिर नये सिरे से आवेदन आमंत्रित किया. नियुक्ति के लिए जन्म तिथि का कट ऑफ डेट एक जनवरी 2011 निर्धारित की गयी. जबकि जेपीएससी ने एक जनवरी 2009 निर्धारित की थी. जैक ने जेपीएससी के कट ऑफ डेट को मानने से इनकार कर दिया. नये सिरे से आवेदन लेने के कारण पूर्व में फॉर्म भरनेवाले करीब 40 हजार विद्यार्थी परीक्षा से वंचित हो गये.
हाइकोर्ट गये परीक्षार्थी
परीक्षा में शामिल होने से वंचित विद्यार्थी हाइकोर्ट चले गये. हाइकोर्ट ने जुलाई 2012 में जैक को जेपीएससी के माध्यम से आवेदन जमा करनेवाले विद्यार्थियों की भी परीक्षा लेने का आदेश दिया. इसके बाद दूसरी विज्ञप्ति के माध्यम से आवेदन जमा करनेवाले विद्यार्थियों ने भी परीक्षा में शामिल होने को लेकर हाइकोर्ट में याचिका दायर की. हाइकोर्ट ने अक्तूबर 2013 में इन्हें भी परीक्षा में शामिल करने का आदेश दे दिया.
जीव विज्ञान की परीक्षा भी नहीं हो पायी
हाइकोर्ट के आदेश आने के पूर्व जैक ने 29 अगस्त 2012 को परीक्षा ली थी. इसमें करीब 56 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए. परीक्षा के दौरान जीव विज्ञान का प्रश्न पत्र लीक हो गया. इस कारण जीव विज्ञान की परीक्षा रद्द कर दी गयी. जेपीएससी के माध्यम से आवेदन जमा करनेवाले परीक्षार्थियों के साथ ही जीव विज्ञान की परीक्षा लेनी थी. इसके बाद सभी का रिजल्ट एक साथ जारी होना थे. पर न तो जेपीएससी की ओर से परीक्षा ली गयी और न ही जैक की ओर से जीव विज्ञान की परीक्षा हो पायी. 56 हजार परीक्षार्थी दो वर्ष से रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं.
क्यों लटकी है परीक्षा
जेपीएससी के माध्यम से आवेदन जमा करनेवालों में कई विषयों में परीक्षार्थियों की संख्या 10 से भी कम है. इस कारण जैक ने इन विषयों की परीक्षा में होनेवाले खर्च के बारे में विभाग से दिशा-निर्देश मांगा है. विभाग ने इस संबंध में जैक से विस्तृत जानकारी मांगी. जैक की ओर से भी जानकारी उपलब्ध करा दी गयी है.
किस विषय में कितने पद रिक्त
विषय पद
हिंदी 250
अंगरेजी 250
संस्कृत 166
उर्दू 134
जीव विज्ञान 250
भूगोल 250
अर्थशास्त्र 250
इतिहास 176
नागरिक शास्त्र 74
फारसी 27
अरबी 25
संथाली 19
उड़िया 12
मुंडारी 22
हो 22
उरांव 22
खड़िया 19
खोरठा 16
नागपुरी 16
कुरमाली 19
पंचपरगनिया 16
बांग्ला 26
गृहविज्ञान 76
वाणिज्य 76
संगीत 50
दो बार हाइकोर्ट गया मामला
पहली बार जेपीएससी के माध्यम से आवेदन जमा करनेवाले परीक्षार्थी हाइकोर्ट गये. कोर्ट ने इनकी परीक्षा लेने का आदेश दिया
दूसरी बार जेपीएससी के माध्यम से आवेदन जमा करनेवाले भी हाइकोर्ट चले गये. कोर्ट ने इनकी भी परीक्षा लेने का आदेश दिया
कब क्या हुआ
2009 में जेपीएससी ने आवेदन मंगाया
2010 फिर से आवेदन मंगाया
2011 जुलाई में जैक को मिली जिम्मेदारी
2011 अक्तूबर में जैक ने मंगाया आवेदन
2012 अगस्त में जैक ने ली परीक्षा. परचा लीक होने पर जीव विज्ञान की परीक्षा स्थगित
शिक्षक नियुक्ति का लिस्ट कल से जारी
रांची. राज्य के प्राथमिक विद्यालयों की कक्षा एक से पांच तक में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए मेरिट लिस्ट जारी करने की प्रक्रिया 29 जून से शुरू हो जायेगी. सबसे पहले रांची जिले का मेरिट लिस्ट जारी होगा. रांची के जिला शिक्षा अधीक्षक ने लिस्ट तैयार कर लिया है. नाम जारी होने के बाद एक सप्ताह तक का समय अनापत्ति के लिए दिया जायेगा. मेरिट लिस्ट पर किसी तरह की आपत्ति होने पर एक सप्ताह के अंदर कोई भी व्यक्ति अपनी आपत्ति दर्ज करा सकता है.
आपत्ति दर्ज कराने के लिए संबंधित आवश्यक कागजात भी देने होंगे. आपत्ति निराकरण के बाद चयनित अभ्यर्थियों का लिस्ट जिला स्थापना समिति की बैठक में रखा जायेगा. समिति की स्वीकृति के बाद चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग की जायेगी. इसमें प्रमाण पत्रों की जांच होगी. रांची जिले में 20 जुलाई तक नियुक्ति पत्र वितरित करने की प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी.
टेट में कक्षा एक से पांच वर्गवार सफल विद्यार्थी
वर्ग सफल
जेनरल 3,724
एससी 1,812
एसटी 3,563
बीसी 8,266
एमबीसी 4,946
रांची में 596 में 438 एसटी के पद
रांची जिले में शिक्षकों के कुल 596 पद रिक्त हैं. इसमें 438 पद अनुसूचित जनजाति के आरक्षित है. सामान्य वर्ग के लिए 64 पद हैं. अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए 30, पिछड़ा वर्ग के लिए 18 व अनुसूचित जाति के 46 पद हैं. इसके अलावा उर्दू शिक्षकों के 399 पद हैं.
जिला शिक्षा स्थापना समिति करेगी नियुक्ति
उपायुक्त अध्यक्ष
उपविकास आयुक्त सदस्य
जिला शिक्षा पदाधिकारी सदस्य
जिला कल्याण पदाधिकारी सदस्य
उपायुक्त द्वारा मनोनीत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लिए राजपत्रित पदाधिकारी सदस्य
जिला शिक्षा अधीक्षक सदस्य सचिव
शिक्षक नियुक्ति के लिए चयनित अभ्यर्थियों के नाम 29 जून को जारी कर दिये जायेंगे. आपत्ति दर्ज कराने के लिए एक सप्ताह का समय दिया जायेगा. 20 जुलाई तक नियुक्ति पत्र का वितरित होने की संभावना है. – जयंत मिश्र, डीएसइ, रांची
प्रभात इंपैक्ट
फिलहाल सिर्फ रांची में शुरू होगी प्रक्रिया
अन्य जिलों में नियुक्ति प्रक्रिया अगले सप्ताह से
कक्षा एक से पांच में होगी शिक्षकों की नियुक्ति
अभ्यर्थियों को 20 जुलाई तक मिलेगा नियुक्ति पत्र