समरकंद : भारत और अफगानिस्तान के साथ पांच मध्य एशियाई देशों ने रविवार को तमाम रूपों तथा अभिव्यक्तियों में आतंकवाद की निंदा की और इससे निबटने के लिए सहयोग पर रजामंदी जतायी.
यह बात यहां आयोजित भारत-दक्षिण एशिया संवाद की अब तक की पहली बैठक के समापन पर जारी एक संयुक्त वक्तव्य में कही गयी. इसमें अफगानिस्तान की भी मंत्रिस्तरीय भागीदारी हुई. बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और अफगानिस्तान, कजाकिस्तान, किरगिज गणराज्य, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों ने हिस्सा लिया. संयुक्त बयान में कहा गया, सभी पक्षों ने आतंकवाद की उसके तमाम रूपों तथा अभिव्यक्तियों में निंदा की और दुनिया के लोगों तथा अर्थव्यवस्थाओं के लिए खतरा बने आतंकवाद से निबटने में सहयाग करने पर रजामंदी जतायी.
बयान में भारत और मध्य एशिया के बीच प्राचीन सभ्यात्मक, सांस्कृतिक, व्यापारिक और जनता के स्तर पर संपर्कों की चर्चा की गयी और द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय स्तर पर भारत और मध्य एशिया के बीच फलदायी दोस्ताना रिश्तों एवं परस्पर लाभदायक सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता जतायी गयी. मंत्रियों ने क्षेत्रीय सहयोग, सामान एवं ऊर्जा के पारगमन के लिए एक अहम जमीनी संपर्क के रूप में भारत-मध्य एशिया संवाद में अफगानिस्तान की भागीदारी का स्वागत किया और अफगानिस्तान में शांति, सुरक्षा एवं स्थिरता के प्रति मध्य एशियाई देशों और भारत का समर्थन एवं प्रतिबद्धता जतायी.