वाशिंगटन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में सहयोग बढ़ाने के प्रयासों पर हुई चर्चा के एक दिन बाद अफगानिस्तान के लिए विशेष अमेरिकी दूत जलमय खलीलजाद भारत की यात्रा करेंगे.
विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि खलीलजाद आठ से 21 जनवरी तक भारत, चीन, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में एक अंतर-एजेंसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, लेकिन इस बात की घोषणा नहीं की गयी कि वह किस तारीख को किस देश की यात्रा करेंगे.
खलीलजाद को पिछले साल अफगानिस्तान की समस्या के समाधान के लिए विशेष दूत नियुक्त किया गया था. उसके बाद यह खलीलजाद की पहली भारत यात्रा होगी. मोदी और ट्रम्प ने सोमवार शाम को फोन पर बातचीत करके भारत के साथ अमेरिकी व्यापार घाटे और युद्धपीड़ित अफगानिस्तान में उनका सहयोग बढ़ाने समेत कई मामलों पर बात की थी.
ट्रंप ने अफगानिस्तान में एक ‘पुस्तकालय’ के लिए धन देने को लेकर मोदी का उपहास उड़ाते हुए कहा था कि युद्ध प्रभावित देश में इसकी (पुस्तकालय की) कोई आवश्यकता नहीं है. उन्होंने अफगानिस्तान की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने को लेकर भारत और अन्य की आलोचना की थी.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि खलीलजाद अफगानिस्तान में राजनीतिक समाधान के लिए प्रत्येक देश में वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से मुलाकात करेंगे.