वसुंधरा राजे राजस्थान में हर पांच साल में सरकार बदलने वाली मिथक तोड़ पाने में नाकाम रहीं. कांग्रेस ने जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए वापसी की है. इस तरह राहुल गांधी की रणनीति और पार्टी नेताओं की मेहनत ने पांच साल बाद भाजपा को सूबे की सत्ता से बेदखल कर दी. माना जा रहा है कि कांग्रेस नेताओं की एकजुटता के साथ-साथ किसानों और युवाओं की नाराजगी भाजपा की तैयारियों पर भारी पड़ गयी. कांग्रेस प्रदेश में 2013 से सत्ता से बाहर थी.
इसके लिए कांग्रेस नेताओं की आपसी सिर-फुटौव्वल और अन्य मुद्दे जिम्मेदार थे, इसलिए 2018 के चुनाव में कांग्रेस नेताओं ने एकजुटता दिखायी. साथ ही पार्टी ने किसानों, युवाओं के लिए आकर्षक एजेंडे पेश किये, जिसके कारण चुनाव परिणाम कांग्रेस के पक्ष में रहे.
राजस्थान (200)
कुल सीटें 199
बहुमत 100
किसको कितने वोट मिले
2018 2013
पार्टी वोट मिले वोट मिले
भाजपा 38.8% 46.05%
कांग्रेस 39.3% 33.07%
अन्य 21.9% 20.88%
जीत की वजह
वसुंधरा राजे की नीतियों को लेकर लोगों में नाराजगी
कांग्रेस द्वारा किसानों का कर्ज माफ करने का दावा
बेरोजगारों की नाराजगी को दूर करने में वसुंधरा नाकाम
वसुंधरा, गुलाब चंद कटारिया व अशोक परनामी की गुटबाजी
गुर्जर, बंजारा, लुहार, रायका, गड़रिया के लिए आरक्षण का मुद्दा
