जोहानिसबर्ग : घोटालों से जुड़े विवादों में फंसे दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा ने सरकार में उच्च स्तर पर भ्रष्टाचार के मामलों की जांच कराने की घोषणा की है. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका की संसद ने इस हफ्ते इस संबंध में महाभियोग की प्रक्रिया शुरू करने के संकेत दिये थे.
भ्रष्टाचार के आरोपों ने जुमा की छवि को काफी नुकसान पहुंचाया है और उनके समर्थक आधार को भी कम किया है. पिछले महीने उन्होंने कथित रिश्वत के मामले की न्यायिक जांच की नियुक्ति के आदेश दिये हैं जो 30 दिनों के भीतर जांच पूरी करेगी. उल्लेखनीय है कि जुमा पर त्यागपत्र देने का काफी दबाव है, जबकि उनका राष्ट्रपति का कार्यकाल 2019 में खत्म होना है. जुमा ने जांच कराने की घोषणा संसद के महाभियोग की प्रक्रिया शुरू करने से मात्र एक दिन पहले की है.
संसदीय न्यायालय करीब दो हफ्ते पहले व्यवस्था दी थी कि जुमा के स्वयं के आवास को उन्नत बनाने के लिए सार्वजनिक कोष की खर्च की गयी करोड़ों की राशि के लिए सांसद उन्हें जिम्मेदार ठहराने में विफल रहे हैं. जुमा 2009 से सत्ता में हैं, उन्हें दिसंबर में ही उनकी सत्तासीन अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से हटाया गया है. दस साल से इस पद पर काबिज जुमा को उनके खिलाफ कई अदालती फैसलों के बाद हटाया गया.