24.7 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

WB News: संदेशखाली में फिर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा, तृणमूल नेता अजीत माइति को खदेड़ा, ऐसे बचाई जान

WB News: उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में ग्रामीणों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. बेरमजूर इलाके में तृणमूल नेता अजीत माइति की जान के दुश्मन बन गए. उसे दूसरे के घर में छिपकर जान बचानी पड़ी.


WB News: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में ग्रामीणों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. संदेशखाली के बेरमजूर इलाके में फिर स्थानीय तृणमूल नेता अजीत माइति के खिलाफ लोगों का गुस्सा देखा गया. उसकी गिरफ्तारी की मांग कर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया. यहां तक कि उसे देख ग्रामीणों ने लाठी-डंडा लेकर खदेड़ा.

उसने जान बचाने के लिए एक स्थानीय व्यक्ति के घर में भाग कर शरण ली. लगभग साढ़े चार घंटे तक घर में ही खुद को ताला लगाकर बंद रखा, जबकि घरवाले बाहर उसका इंतजार करते रहे. अंत में पुलिस ने लोगों की भीड़ हटने पर समझा कर अजीत को बाहर निकाला और फिर हिरासत में लेकर मिनाखां थाने ले गयी. पुलिस के मुताबिक, मिनाखां में तृणमूल नेता अजीत के खिलाफ कई आरोप दर्ज हैं. मामले की जांच कर उसे गिरफ्तार किया जायेगा.

काठपोल क्षेत्र में ही ग्रामीणों ने शुरू किया विरोध प्रदर्शन

जानकारी के मुताबिक, संदेशखाली की बेरमजूर एक नंबर ग्राम पंचायत के बट्टतला में रविवार को हाथों में कागजात लेकर कुछ ग्रामीण शेख सिराजुद्दीन और अजीत माइति के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराने के लिए कैंप की ओर गये. काठपोल क्षेत्र में ही ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया.

शेख शाहजहां और अजीत माइती की गिरफ्तारी की मांग पर विरोध

उत्तेजित ग्रामीणों ने शेख शाहजहां व सिराजुद्दीन के करीबी अजीत माइति की गिरफ्तारी की मांग कर विरोध प्रदर्शन किया. इसी दौरान तृणमूल नेता माइति को देख मारने के लिए ग्रामीण महिलाएं दौड़ीं. तभी वह भाग कर स्थानीय के एक घर में शरण लेकर अंदर से ताला लगा दिया. वहां जाकर महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन कर गिरफ्तारी की मांग की.

WB Police के सामने ही महिलाओं ने किया प्रदर्शन

इधर, घटना की खबर पाकर मौके पर विशाल संख्या में पुलिस वाहिनी पहुंची, लेकिन पुलिस के सामने ही महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया. तृणमूल नेता अजीत माइति की गिरफ्तारी की मांग कर अड़े रहे. इधर, देर शाम गुस्साये ग्रामीणों की भीड़ कम हुई. इसी बीच, प्रदर्शनकारी कम हुए, तो पुलिस ने माइति को समझाकर बाहर निकाल कर हिरासत में लेकर थाने ले गयी.

तृणमूल ने अजीत को पार्टी से निकाला

इधर, घर में खुद को बंद रहने के दौरान ग्रिल के गेट के अंदर से अजीत माइति ने मीडिया को बताया कि वह निर्दोष है. वह किसी भी गलत काम में शामिल नहीं है. तृणमूल में होने के कारण बदनाम होना पड़ रहा है. वह तृणमूल छोड़ पार्टी से इस्तीफा देगा. उसने बताया कि वह जमीन कब्जाने की बात नहीं जानता, किसी घोटाले में शामिल नहीं है. कौन-कौन शामिल है, यह भी नहीं पता है. उसने कोई जमीन नहीं ली है.

शेख सिराज ने अजीत को टीएमसी में शामिल करवाया

2019 में उसे मारपीट कर भाजपा से तृणमूल में शेख सिराज ने ही शामिल किया था. अजीत को हाल ही में क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाया गया था, लेकिन रविवार को पार्थ भौमिक ने कहा कि अजीत माइति को पद से हटा दिया गया है. मालूम रहे कि ग्रामीणों ने तृणमूल नेता अजीत माइति के खिलाफ जमीन हड़पने से लेकर पैसे लेने तक कई आरोप लगाये हैं. इससे पहले गत 23 फरवरी को उस पर हमला हुआ था.

Also Read : Sandeshkhali Violence: संदेशखाली हिंसा मामले में सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल, शीर्ष अदालत ने कही ये बात

Also Read : पश्चिम बंगाल : संदेशखाली में शेख शाहजहां के खिलाफ मिली 1,250 से अधिक शिकायतें

Also Read : WB News : संदेशखाली पहुंचा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का प्रतिनिधिमंडल, घर-घर जाकर स्थानीय लोगों से की बात

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें