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झारखंड: चरही में बड़ा हादसा, ट्रेन की चपेट में आने से दो महिलाओं समेत तीन की मौत, छह की हालत गंभीर

सरबाहा गांव की सात महिलाएं और दो पुरुष ट्रैक्टर पर सवार होकर अपने पैतृक गांव सरबाहा से दलदलिया गांव होते हुए कच्चे घर की दीवार पोतने वाली दुधिया मिट्टी लाने रेलवे पटरी पार कर दाहूदाग गांव जा रहे रहे थे. इसी दौरान पैसेंजर ट्रेन की चपेट में आ गए.

चरही (हजारीबाग), आनंद सोरेन: हजारीबाग जिले के चरही थाना क्षेत्र के सरबाहा टोला दलदलिया के पास ट्रेन की चपेट में आने से एक महिला व एक पुरुष की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी, जबकि इलाज के दौरान एक महिला की अस्पताल में मौत हो गयी. एक पुरुष और पांच अन्य महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. मृतकों में रमेश गंझू (30वर्ष) पिता बनुवारी गंझू, झनिया देवी (55 वर्ष) पति जगदेव महतो, द्रौपदी देवी (50वर्ष) पति परमेश्वर महतो शामिल हैं. ट्रेन हादसे में हुए घायलों में सुनीता देवी (पति स्व. रमेश गंझू), सावित्री देवी (पति डालेश्वर महतो), करण कुमार (पिता चंदन महतो), लालो देवी (पति महेंद्र गंझू), अंजू देवी (पति राजेश महतो), सुबासो देवी (पति स्व. बीरेंद्र महतो) शामिल हैं. इस हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस व रेलवे के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली. इसके साथ ही घायलों को अस्पताल भिजवाया. शवों को पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेजा गया. चरही ट्रेन हादसे को लेकर शोक की लहर है. गांव का माहौल गमगीन हो गया है. ग्रामीणों ने रेलवे प्रबंधन से मुआवजा व आश्रितों के लिए नौकरी की मांग की है.

पैसेंजर ट्रेन की चपेट में आने से हुआ हादसा

जानकारी के अनुसार हजारीबाग जिले के चरही थाना क्षेत्र में मंगलवार की सुबह लगभग 6.15 बजे चरही पंचायत के सरबाहा गांव की सात महिलाएं और दो पुरुष ट्रैक्टर पर सवार होकर अपने पैतृक गांव सरबाहा से दलदलिया गांव होते हुए कच्चे घर की दीवार पोतने वाली दुधिया मिट्टी लाने रेलवे पटरी पार कर दाहूदाग गांव जा रहे रहे थे. उसी दौरान वे जैसे ही दलदलिया गांव के समीप 23 नंबर रेलवे पटरी पार कर रहे थे. तभी चरही की ओर से आ रही पैसेंजर ट्रेन कोडरमा एक्सप्रेस स्पेशल (03372) ने ट्रैक्टर सवार नौ लोगों को अपनी चपेट में ले लिया.

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घायलों का चल रहा इलाज

रेलवे ट्रैक पार करते वक्त ट्रैक्टर पर सवार एक महिला व एक पुरुष की मौत घटना स्थल पर ही हो गयी, जबकि एक महिला की मौत हजारीबाग अस्पताल में इलाज के दौरान हो गयी. इस ट्रेन हादसे में एक पुरुष व अन्य पांच महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गयी हैं. घटना की जानकारी मिलते ही चरही पुलिस घटना पर पहुंची और ग्रामीणों के सहयोग से सभी घायलों को इलाज के लिए हजारीबाग भेजा. दो का इलाज हजारीबाग सदर, दो घायल का इलाज आरोग्यम व एक का इलाज रांची रोड स्थित होप अस्पताल में चल रहा है. घटना के बाद चरही थाना प्रभारी विक्रम कुमार व हज़ारीबाग़ के रेलवे अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली.

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गांव में पसरा मातम

एक ही गांव के तीन लोगों के शव आने से सरबाहा गांव में माहौल गमगीन है. पूरे गांव में मातम पसरा है. सरबाहा, कसियाडीह व आसपास के गांवों में गमगीन माहौल है. सरबाहा गांव के घरों में चूल्हे नहीं जले. कोई घायलों के इलाज के लिए अस्पताल दौड़ रहा है तो कोई मृतक के परिजनों को सांत्वना दे रहे है. आपको बता दें कि 30 अक्टूबर को ग्राम सरबाहा टोला कासियाडीह निवासी विजय हेम्ब्रोम की पुत्री शिला अंजली हेम्ब्रोम (27 वर्ष) की मौत हज़ारीबाग़-बड़कागांव मुख्य पथ के ओदरना पुल के पास सड़क दुर्घटना में हो गई थी.

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ग्रामीणों ने की मुआवजा और आश्रितों के लिए नौकरी की मांग

पैसेंजर ट्रेन कोडरमा एक्सप्रेस स्पेशल (03372) की चपेट में आने से मृत रमेश गंझू, झनिया देवी, द्रौपदी देवी के परिजनों ने रेलवे प्रबंधन से मृतकों के आश्रितों के लिए मुआवजा और नौकरी की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि रेलवे प्रबंधन की लापरवाही से यह घटना घटी. ग्रामीणों का कहना है कि अगर रेलवे प्रबंधन द्वारा दलदलिया गांव के पास 23 नंबर में रेलवे फाटक लगा होता तो आज यह दुर्घटना नहीं होती. पूर्व में भी इस स्थल पर कई बार दुर्घटना हो चुकी है.

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छह गांवों के ग्रामीणों का तेइस नंबर रेलवे पटरी से होता है आवागमन

छह गांव दाहूदाग, गोबरदाहा, जोराकाठ, सेहदा, चपरी, बलोदर गांव के लगभग पंद्रह सौ की आबादी इसी तेइस नंबर रेलवे पटरी से आवागमन करती है. कई बार रेलवे प्रबंधन से रेलवे फाटक लगाने की मांग की गयी, लेकिन अब तक रेलवे प्रबंधन ने कोई पहल नहीं की है.

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