Supaul: जिले के त्रिवेणीगंज बाजार स्थित हाईस्कूल मोहल्ला निवासी प्रिंस राज आर्य को तलाकशुदा एक बच्चे की मां को प्रेम जाल में फंसाकर मांग में सिंदूर डाल कर प्रताड़ित करना महंगा पड़ गया. असम के नगांव जिले के जखलाबंधा थाना क्षेत्र के हाथीमुरा निवासी सपना मालाह ने इस बाबत थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
सपना द्वारा दिये गये फर्द बयान के मुताबिक, उसकी शादी 10 मार्च, 2016 को असम के दरंग जिले के बरलाखात निवासी दिव्यज्योति चौधरी से हुई थी. इससे एक चार वर्षीया बेटी भी है. लेकिन, तीन साल पहले उसका पति से तलाक हो गया. इसके बाद जीवन साथी डॉट कॉम के जरिये उसका संपर्क सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज निवासी प्रिंस राज आर्य से हुआ.
प्रिंस राज आर्य उसे प्रेम जाल में फंसाकर गत 28 जनवरी को असम उसे लेने आया. जबकि, प्रिंस राज आर्य पहले से शादीशुदा है और उसका ढाई साल का एक बच्चा भी है. पहली पत्नी उसे और बच्चे को छोड़ कर चली गयी है. प्रिंस राज आर्य ने कहा कि मेरे बच्चे को भी मां की जरूरत है और तुम्हारी बेटी को भी पिता मिल जायेगा. साथ ही बताया कि वह एफसीआई में नौकरी करता है और सैलरी 25 हजार रुपये है.
तीन फरवरी तक वह मेरे और बच्ची के साथ रहा. चार फरवरी को उसे और बच्ची को लेकर त्रिवेणीगंज के लिए निकला. रास्ते में सिलीगुड़ी स्थित एक मंदिर में उसकी मांग में सिंदूर डाल दिया. प्रेमजाल में फंस कर मैं सात फरवरी को प्रिंस राज के घर त्रिवेणीगंज आ गयी. करीब दो महीने तक मेरी इच्छा के विरुद्ध उसने शारीरिक संबंध बनाया. धमकी देकर अनैतिक सेक्स भी किया और चुपचाप वीडियो भी बना लिया.
इस बीच, प्रिंस राज आर्य धमकी भी देता था कि उसके कहने अनुसार काम नहीं करने पर वीडियो वायरल कर देगा. महिला ने बताया कि उसके पहले पति से तलाक में एलिमनी के रूप में छह लाख रुपया मिले थे. इसमें से कुछ रुपया प्रिंस राज बहला फुसलाकर उसके अकाउंट से निकाल लिया. बाकी पैसा वह अपनी बेटी जिज्ञासा के नाम पर एफडी कराने के लिए रखी थी.
प्रिंस ने उसकी बेटी पर बंदूक तान कर जबरदस्ती चेक पर साइन करा लिया और खाते से सारा पैसा निकाल लिया. पैसा खत्म हो जाने के बाद वह उसकी बेटी के साथ मारपीट करने लगा. जब इसकी जानकारी नामजद पांच सदस्यों को दी, तो सभी मिलकर उसे और बेटी को प्रताड़ित करने लगे और बेटी को लेकर भाग जाने को कहा.
छह अप्रैल को प्रिंस राज उसकी बेटी को जान से मारने की नीयत से दोनों हाथ में इलेक्ट्रॉनिक शॉट लगवाया. इससे बेटी के दोनों हाथ जल गये. किसी तरह उसकी जान बचाई. नौ अप्रैल को रात दस बजे उसे और बेटी को लेकर घर से निकला. बोला कि यहां से चली जाओ और सुपौल जानेवाली रास्ते में सुनसान जगह पर छोड़ दिया.
थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह ने बताया कि दर्ज प्राथमिकी के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. फर्द बयान के आधार पर दर्ज प्राथमिकी में अन्य नामजद आरोपियों के विरुद्ध जांचोपरांत कार्रवाई की जायेगी. पीड़िता को चिकित्सकीय जांच के लिए भेजा गया है.