Flood in Bihar : गोपालगंज : बिहार के गोपालगंज में सारण तटबंध पर रिसाव तेज हो गया है. मांझा प्रखंड के भैंसही गांव में सारण तटबंध पर गंडक नदी का दबाव बढ़ गया है. इससे बांध को बचाना चुनौती बना हुआ है. जल संसाधन विभाग की टीम ग्रामीणों के साथ गुरुवार की सुबह से ही बांध बचाने में जुटी हुई है.
बताया जाता है कि यह तटबंध अगर टूटा, तो मांझा प्रखंड के सात गांवों के अलावा एनएच-28 प्रभावित हो सकता है. बांध को बचाने में जुटे स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सुबह से ही तटबंध में तेज रिसाव हो रहा है. बोरा में मिट्टी भर कर बांध को बचाने की कोशिश लगातार की जा रही है.
वहीं, बांध में रिसाव होने की जानकारी मिलने के बाद जिलाधिकारी अरशद अजीज ने जिला मुख्यालय से अधिकारियों को मौके पर भेज कर बांध पर निरोधात्मक कार्य में तेजी लाने के निर्देश दे दिये हैं. मालूम हो कि सारण तटबंध पर खतरा बढ़ने से सारण जिला भी बाढ़ से प्रभावित हो जायेगा.
इससे पहले बुधवार को बैकुंठपुर प्रखंड के खोम्हारीपुर में पुलिया के पास सड़क टूट जाने से उत्तर बिहार के कई जिलों का संपर्क टूट गया. आवागमन ठप होने के बाद विश्व के सबसे बड़े बुद्ध स्तूप केसरिया, सीवान, सारण, पश्चिम चंपारण तथा पूर्वी चंपारण, शिवहर और सीतामढ़ी का संपर्क टूट गया है.
वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन कंपनी ने पुल और 9.1 किलोमीटर फैजुल्लाहपुर से चंपारण के लाला छापर के बीच संपर्क पथ का निर्माण जून में ही पूरा किया गया था. एक माह में पुलिया के पास सड़क टूटने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. बताया जाता है कि पानी का बहाव रुकने पर चार से पांच दिन में सड़क को चलने लायक बना दिया जायेगा.
वहीं, सारण तटबंध में रिसाव की सूचना मिलने पर पुलिस बांध पर पहुंची. मौके पर पहुंची पुलिस लोगों के साथ राहत कार्य में मदद कर रही है.साथ ही तटबंधों को खाली कराने में जुटी है. एसआई धनंजय सिंह के साथ अन्य पुलिस मौके पर मौजूद हैं.
Posted By : Kaushal Kishor