10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कृषि कानूनों के विरोध के लिए आहूत विधानसभा के विशेष सत्र में पेश किया निंदा प्रस्ताव, भड़के विपक्ष के नेता

पश्चिम बंगाल विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस के विधायक के बयान से हंगामा खड़ा हो गया. तृणमूल विधायक के बयान पर लेफ्ट और कांग्रेस के नेता भड़क गये. माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी के पास चले गये.

कोलकाता (अमर शक्ति प्रसाद) : पश्चिम बंगाल विधानसभा में गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस के विधायक के बयान से हंगामा खड़ा हो गया. तृणमूल विधायक के बयान पर लेफ्ट और कांग्रेस के नेता भड़क गये. माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी के पास चले गये.

दरअसल, 23 जनवरी को विक्टोरिया मेमोरियल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में जय श्रीराम के नारे लगाये जाने के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया गया. तृणमूल कांग्रेस के नेता तापस राय ने कहा कि विक्टोरिया मेमोरियल में जयश्री राम का नारा लगाकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बंगाल का अपमान किया गया.

माकपा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती और कांग्रेस विधायक असित ने इस निंदा प्रस्ताव का विरोध किया. कांग्रेस और वामदलों के नेताओं का कहना था कि सदन को पहले इसकी जानकारी नहीं दी गयी थी. सदन के नेताओं को जानकारी दिये बगैर निंदा प्रस्ताव क्यों लाया गया.

Also Read: बंगाल विधानसभा से ममता बनर्जी की ललकार, कृषि बिल वापस लो या नरेंद्र मोदी गद्दी छोड़ो
मुख्यमंत्री को संयम रखना चाहिए था : ममता

सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि मुख्यमंत्री को भी संयम रखना चाहिए था. सरकारी कार्यक्रम में ऐसे स्लोगन का माकपा विरोध करती है, लेकिन यह भी सच है कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में भी ऐसे नारे लगते रहे हैं. उन्हें इस घटना से सबक लेना चाहिए और भविष्य में उनके कार्यक्रमों में ऐसा न हो, इसका ध्यान रखना चाहिए.

विक्टोरिया में नारेबाजी की माकपा ने निंदा की

श्री चक्रवर्ती ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित पराक्रम दिवस समारोह में ममता बनर्जी के भाषण देने के लिए जाते समय जय श्रीराम का नारा लगा, वो निंदनीय था. साथ ही कहा कि जिस तरह से सदन में विपक्ष के नेताओं को अपमानित किया गया, वह भी ठीक नहीं है.

Also Read: बंगाल विधानसभा में पारित होने वाले कृषि कानून विरोधी प्रस्ताव की भाजपा ने की निंदा

दरअसल, पश्चिम बंगाल विधानसभा में गुरुवार को ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार ने दो बिल (द वेस्ट बंगाल कृषि विश्वविद्यालय लॉ अमेंडमेंट बिल 2021 और द वेस्ट बंगाल कोर्ट फीस अमेंडमेंट बिल 2021) पास किये.

कृषि कानूनों के खिलाफ दो दिन का विशेष सत्र

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा संसद से पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने के लिए पश्चिम बंगाल विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया था. सत्र के दूसरे दिन तृणमूल विधायक तापस राय ने सदन में कहा कि विक्टोरिया मेमोरियल में नेताजी की जयंती पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपमानित किया गया. यह बंगाल का अपमान था.

Also Read: ममता बनर्जी के ‘जय बांग्ला’ के जयघोष पर दिलीप बोले, मैडम का लक्ष्य ग्रेटर बांग्लादेश

एक बांग्ला न्यूज चैनल के मुताबिक, तापस राय ने अपने संबोधन के दौरान वाम मोर्चा और कांग्रेस के नेताओं की ओर देखकर एक विवादास्पद टिप्पणी कर दी. इससे वाम दल और कांग्रेस के विधायक भड़क गये. वाम दलों के विधायकों के साथ-साथ कांग्रेस के नेता भी वेल में पहुंच गये. कुछ नेता अध्यक्ष के आसन के पास चले गये.

उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले राज्य के महापुरुषों के नाम पर राजनीति तेज हो गयी है. इसी कड़ी में 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल ने देशनायक दिवस मनाया, तो केंद्र सरकार ने कोलकाता में पराक्रम दिवस मनाया था.

Posted By : Mithilesh Jha

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें