न्यूयार्क: फोन की सिक्योरिटी लॉक को कराए गए एक सर्वे में पता चला है कि लगभग 30 फीसदी स्मार्टफोन यूजरों को अपने डिवाइस को लॉक रखने से कोई मतलब नहीं होता है. यह शोध गूगल और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय ने संयुक्त रूप से किया है.
शोध के अनुसार एक तिहाई स्मार्टफोन यूजर अपने डिवाइस को दूसरों की नजर से बचाने के लिए सिक्योरिटी लॉक रखते हैं. जबकि चौथाई यूजरों का मानना है कि उन्हें परवाह नहीं है कि उनके फोन में क्या है. इसीलिए वे कभी अपने फोन को लॉक नहीं रखते हैं. शोधकर्ताओं ने इस दिशा में कई स्मार्टफोन यूजरों से बात की.
उनसे उनके फोन की सिक्योरिटी के बारे में कई सवाल पूछा गया. उन्होंने अपने शोध में पाया कि बहुत सारे लोग डिवाइस की सिक्योरिटी और प्राइवेसी के बीच अंतर नहीं समझ पा रहे थे.
शोधकर्ताओं ने पाया कि ज्यादातर लोग इसीलिए अपने स्मार्टफोन को लॉक करते हैं ताकि उनके दोस्त या परिवार के कोई सदस्य उनके फोन की जासूसी ना करें. लोग अपने डिवाइस में स्टोर महत्वपूर्ण डेटा और इसके चोरी होने के परिणाम से अंजान हैं. जन्मदिन, बैक अकाउंट डीटेल, क्रेडिट कार्ड नंबर और ई-मेल जैसी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी गलत हाथों में जाने से बडी मुश्किल का सामना करना पड सकता है.
हलांकि जो लोग अपने स्मार्टफोन को लॉक नहीं करते हैं. उनका तर्क इस बारे में है कि उन्हें इसके परिणामकी जानकारी नहीं है.