– रेलवे में क्लर्क की नैकरी दिलाने के नाम पर 21 लाख रुपये वसूलने का आरोप
कोलकाता.
गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे की सतर्कता टीम ( मुख्यालय) ने एक बड़े फर्जी जाब रैकेट का फंडाफोड़ किया है. दक्षिण पूर्व रेलवे की सतर्कता टीम ने मंगलवार को चक्रधरपुर मंडल के बीरबांस हाल्ट रेलवे स्टेशन से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम डेविड सिंह बताया गया है. बताया जाता है कि रैकेट का सरगना अशुमान है, जिसे पुलिस तलाश रही है. डेबिड पर आरोप है कि उसने तीन लोगों को फर्जी तरीके से बीरबांस हाल्ट रेलवे स्टेशन पर क्लर्क की नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये ठगा है.उक्त ऑपरेशन में रेलवे सुरक्षा बल, वाणिज्यिक निरीक्षक और सतर्कता निरीक्षक की संयुक्त टीम शामिल थी. सतर्कता अधिकारियों को जानकारी मिली थी कि फर्जी भर्ती रैकेट के माध्यम से बीरबांस हाल्ट के रेलवे बुकिंग काउंटर पर कमर्शियल क्लर्क पद पर फर्जी नियुक्ति की गयी है. विजिलेंस टीम द्वारा पूछताछ के दौरान बीरबांस हाल्ट रेलवे स्टेशन पर रेलवे बुकिंग काउंटर पर काम करने वाले तीन व्यक्तियों ने बताया कि वह 11 मार्च से बीरबांस हाल्ट रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी कर रहे थे. घटना के शिकार तीन लोगों से जानकारी मिला कि रैकेट के लोगों ने उन्हें आश्वासन दिया था कि उनका तीन महीने इसी स्टेशन पर प्रशिक्षण होगा, प्रशिक्षण अवधि के दौरान 10 हजार रुपये प्रति माह सैलरी मिलेगी. प्रशिक्षण पूरा होने के बाद तीस हजार रुपये प्रति माह वेतन मिलेगा. रैकेट के लोगों ने प्रशिक्षुओं को फर्जी नियुक्ति पत्र और आइकार्ड भी दिया था. नियुक्ति पत्र मिलने के बाद भोले-भाले युवा उनके झांसे में आ गये और लाखों रुपये नौकरी के लिए दे दिये. बीरबांस हाल्ट से पकड़े गये फर्जी प्रशिक्षुओं ने पूछताछ में विजिलेंस टीम के सामने कबूल किया कि उन लोगों ने नौकरी हासिल करने के लिए एक व्यक्ति को कुल 21 लाख रुपये दिये हैं. विजिलेंस टीम ने फर्जी नौकरी रैकेट में शामिल एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी को जीआरपी को सौंप दिया गया है. घटना के खिलाफ जीआरपी ने प्राथमिकी दर्ज की है. फर्जी भर्ती के इस रैकेट में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए आगे की जांच जारी है. आरोपी की गिरफ्तारी के बाद वहां से फर्जी नियुक्ति पत्र, रेलवे आइकार्ड के साथ नियुक्ति से संबंधित अन्य फर्जी दस्तावेज भी बरामद किये गये हैं.