हावड़ा. हावड़ा नगर निगम के इतिहास में पहली बार भूमिगत नालों (अंडरग्राउंड ड्रेनेज) की सफाई के लिए गोताखोर को नीचे उतारा गया. बताया जा रहा है कि मध्य हावड़ा के बेलिलियस रोड से इच्छापुर पानी टंकी तक भूमिगत नालों के अंदर कंक्रीट स्लैब देखा गया. इसी स्लैब को तोड़ने के लिए गोताखोर को उतारा गया. नालों के अंदर सीमेंट से बना यह स्लैब कहां से आ गया, इसका जवाब किसी के पास नहीं है. इस बारे में पूछे जाने पर निगम के प्रशासनिक बोर्ड के चेयरमैन डॉ सुजय चक्रवर्ती ने बताया कि वह भी अचंभित हैं. उन्होंने बताया कि पिछले महीने इसका खुलासा हुआ. भूमिगत नालों के अंदर सीमेंट का स्लैब होने से जलजमाव की समस्या हो रही थी और बारिश का पानी नहीं निकल रहा था. इसी स्लैब को तोड़ने के लिए गोताखोर को उतारा गया. डॉ चक्रवर्ती ने कहा कि बेलिलियस रोड से इच्छापुर पानी टंकी तक लगभग डेढ़ किमी भूमिगत नालों के अंदर कई कंक्रीट स्लैब देखे गये हैं. साथ ही प्लास्टिक सहित विभिन्न अपशिष्ट जमा होने के कारण नाला लगभग बंद हो गया है. उन्होंने कहा कि छह लाख की लागत से यह काम तीन सप्ताह के भीतर पूरा हो जायेगा. इसके पूरा होते ही वार्ड 19, 20, 21 और 22 में जल जमाव की समस्या खत्म हो जायेगी.
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