बताया जाता है कि सुनीता सरकार (बदला हुआ नाम) जलपाईगुड़ी जिले के क्रांति थाना इलाके की निवासी है. गत 15 दिसंबर को वह अपने एक साल के बच्चे और बड़ी बहन चैती राय के साथ पैसा निकालने बैंक गयी हुई थी. सुनीता पैसा निकालने बैंक के अंदर लाइन में लगी हुई थी. जबकि बड़ी बहन चैती राय उसके बच्चे को लेकर बाहर खड़ी थी. पैसा निकालकर जब सुनीता बाहर आयी, तो उसने देखा कि उसका बच्चा और बहन दोनों नहीं हैं. जलपाईगुड़ी के पुलिस अधीक्षक अमिताभ माइती ने बताया कि घटना के बाद सुनीता ने क्रांति पुलिस चौकी में अपनी दीदी के खिलाफ बच्चा चोरी करने की शिकायत दर्ज करायी. इसके बाद क्रांति पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. क्रांति चौकी के ओसी के लामा के नेतृत्व में जांच अधिकारी तासी दोरजी भूटिया ने जांच शुरू की. जांच में पता चला की चैती दिल्ली में रहती है और वह बच्चे को वहीं ले गयी है. इसके बाद जांच अधिकारी और एक महिला पुलिसकर्म आशा कुजूर दिल्ली गये. दिल्ली पुलिस की सहायता से सुल्तानपुर इलाके से बच्चे को बरामद कर लिया गया और चैती को गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद बच्चे और चैती को क्रांति पुलिस अपने साथ ले आयी.
जानकारी मिली है कि गिरफ्तार महिला चैती राय का घर क्रांति के देवतामोड़ इलाके में है. उसके पति ने उसे छोड़ दिया था. उसका 11 साल का एक बेटा और सात साल की एक बेटी है. वह बीच-बीच में कामकाज करने दिल्ली जाती थी, लेकिन वहां क्या करती थी, इस बारे में किसी को बताती नहीं थी. दिल्ली में उसने कुलदीप सिंह नामक एक व्यक्ति से शादी की. शादी के बाद पति बच्चे के लिए दबाव बनाने लगा. इसके बाद वह क्रांति चली आयी. नसबंदी कराये होने की वजह से वह बच्चे को जन्म देने में सक्षम नहीं थी. मायके आने के बाद उसने पति को फोन किया कि वह गर्भवती है, इसलिए दिल्ली नहीं आ पायेगी. उसने पति को खुश करने के लिए अपनी छोटी बहन का बच्चा चोरी किया. हालांकि चैती का दावा है कि वह बच्चे को साथ जरूर ले गयी थी, लेकिन छोटी बहन को बताकर. इधर मौसी द्वारा ही बच्चे की चोरी की घटना से जलपाईगुड़ी में सनसनी है.