सिलीगुड़ी. चिटफंड घोटाला मामले में एक के बाद एक तृणमूल कांग्रेस के नेताओं पर गिर रही सीबीआइ की गाज के बाद पूरे बंगाल में पार्टी का गुस्सा भड़क उठा है. पूरे राज्य में तृकां के कार्यकर्ताओं द्वारा मोदी सरकार के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी के तहत बुधवार को दार्जिलिंग जिला तकां के बैनर तले सिलीगुड़ी में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका गया.
साथ शहर में धिक्कार रैली निकाली गयी. धिक्कार रैली सिलीगुड़ी नगर निगम में विरोधी दल के तृकां नेता रंजन सरकार उर्फ राणा दा, कृष्णचंद्र पाल, नांटू पाल, मंजूश्री पाल, रंजनशील शर्मा, प्रवीण गोयल, युवा नेता मनोज वर्मा समेत अन्य वरिष्ठ नेता-कार्यकर्ताओं की अगुवाई में रैली एयरव्यू से शुरू हुई और स्थानीय हाशमी चौक पर पहुंचकर मोदी का पुतला फूंक कर तकरीबन आधे घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया गया. बाद में रैली सिलीगुड़ी कोर्ट के सामने पहुंचकर घेराव-प्रदर्शन में तब्दील हो गया.
राणा दा ने मीडिया के सामने चिटफंड मामले में केंद्र सरकार पर तल्ख तेवर दिखाते हुए कहा कि मोदी सरकार बदले की राजनीति कर रही है जो उचित नहीं है. मोदी के नोटबंदी का तृकां शुरू से ही विरोध करती आ रही है. ममता के निर्देश पर पूरे देश में हुए आंदोलन के बाद मोदी जी बौखला गये और अब सीबीआइ का गलत इस्तेमाल कर रहे है. बेकसूर तकां के सांसद-नेता-मंत्री को चिटफंड मामलों में बेवजह सीबीआइ द्वारा धर-पकड़ कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मोदी हिटलरशाही के विरुद्ध तृकां आंदोलन लगातार जारी रहेगा. विदित हो कि चिटफंड घोटाले के रोजवैली चिटफंड कंपनी से जुड़े एक ताजा मामले में सीबीआइ ने हाल ही में तकां के सांसद सुदीप बनर्जी और इससे सप्ताह भर पहले एक और तकां के सांसद व अभिनेता तापस पाल को पूछताछ के लिए अपने हिरासत में लिया.